कोटा. एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि प्रोविजनल उत्तर-तालिकाओं तथा ओएमआर-शीट की स्कैन-कॉपी पर आपत्तियां दर्ज किए जाने से पूर्व स्कोर कार्ड जारी करने का कोई औचित्य नहीं है. विद्यार्थियों को अब संशय हो गया है कि स्कोर कार्ड ओएमआर शीट की यथास्थिति पर प्रोविजनल उत्तरतालिकाओं के आधार पर जारी होंगे ? स्कोर-कार्ड जारी करने से पूर्व ओएमआर शीट की स्कैन कॉपी व प्रोविजनल उत्तर तालिकाओं पर आपत्तियां दर्ज करने का मौका नहीं दिया जाएगा ?
देव शर्मा ने बताया कि नीट-यूजी 2021 के आयोजन के दौरान घटी अनियमितताओं की घटनाओं पर पुलिस इन्वेस्टिगेशन जारी है. ऐसी स्थिति में परीक्षार्थी व अभिभावक ओएमआर शीट की स्कैन कॉपी को लेकर काफी सचेत हैं. उन्हें यह सुनिश्चित कर लेना चाहते हैं कि ओएमआर शीट में किसी प्रकार की कोई अनियमितता या बदलाव तो नहीं है.
मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2021 का इतिहास रहा है कि 'बाटनी व जूलॉजी' विषयों के कुछ प्रश्नों को लेकर विषय विशेषज्ञों की राय अलग रहती है. ऐसी स्थिति में प्रोविजनल उत्तर तालिकाओं का जारी किया जाना व उन पर आपत्तियां दर्ज करने का पर्याप्त समय दिया जाना भी जरूरी है. ऐसे में प्रोविजनल उत्तर-तालिकाएं जारी किए जाने के बारे में शीघ्र ही स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
NEET के रिजल्ट के चलते अटक सकती है आरपीवीटी 2021 की काउंसलिंग...
नीट-यूजी 2021 परीक्षार्थियों की प्रथम प्राथमिकता 'एमबीबीएस' सीट होती है. इसमें विद्यार्थी सरकारी मेडिकल संस्थानों में एमबीबीएस-सीट प्राप्त नहीं होने की संभावना के आधार पर ही अन्य विकल्पों का चयन करते हैं. इन विकल्पों में आयुष अंडरग्रैजुएट, बीडीएस व वेटरनरी-कोर्स शामिल हैं. राजस्थान के मूलनिवासी परीक्षार्थी विकल्प के तौर पर राजस्थान प्री-वेटरनरी टेस्ट (आरपीवीटी) के तहत अंडरग्रैजुएट वेटरनरी कोर्सेज में प्रवेश लेते हैं.
आरपीवीटी-2021 का परीक्षा परिणाम हाल ही में जारी किया जा चुका है, लेकिन प्रवेश के लिए काउंसलिंग की तारीख से जारी नहीं की गई है. जिसका कारण स्पष्ट है कि जब तक नीट-यूजी (NEET-UG) का परिणाम जारी नहीं होता तब तक विद्यार्थी एमबीबीएस सीट मिलने व नहीं मिलने की संभावना पर निर्णय नहीं कर सकते. ऐसी स्थिति में आरपीवीटी 2021 की काउंसलिंग नीट-यूजी 2021 का परीक्षा परिणाम जारी होने तक अटकी रहेगी.