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कोटा में माइनिंग विभाग के अधिकारी ने किया हुआ था करोड़ों के प्लॉट पर कब्जा, यूआईटी ने चला दी जेसीबी

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Published : Oct 21, 2019, 9:44 PM IST

यूआईटी ने सोमवार को करीब 15 से ज्यादा प्लाटों को अतिक्रमण मुक्त करवाया है और अवैध निर्माण पर जेसीबी भी चलवाई है. यह जमीन करीब 7 करोड़ रुपए की बताई जा रही है. बता दें कि यूआईटी के मुक्त करवाए प्लाटों पर डेयरी फार्म और मावा फैक्ट्री संचालित हो रही थी. यह अवैध कब्जा माइनिंग विभाग के एक बड़े अधिकारी ने किया हुआ था.

अवैध कब्जा माइनिंग, Illegal possession mining

कोटा. नगर विकास न्यास के अधिकारियों और अतिक्रमण दस्ते ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए के प्लॉट पर से अवैध कब्जा हटाया है. जानकारी के अनुसार इस प्लॉट पर डेयरी फार्म और मावा फैक्ट्री अवैध रुप से संचालित की जा रही थी. वहीं यह अवैध कब्जा माइनिंग विभाग के एक बड़े अधिकारी ने किया हुआ था, जिस पर यूआईटी के अधिकारी भी कारवाई करने से डर रहे थे.

अवैध प्लॉट पर कब्जा पर UIT ने चला दी जेसीबी

यूआईटी ने सोमवार को करीब 15 से ज्यादा प्लाटों को अतिक्रमण मुक्त करवाया है और अवैध निर्माण पर जेसीबी भी चलवाई है. यह जमीन करीब 7 करोड़ रुपए की बताई जा रही है.

पढ़े: 'वैष्णव जन' की खास प्रस्तुति पर पीएम ने रामोजी राव की इन शब्दों में की प्रशंसा

जानकारी के अनुसार आरकेपुरम ए सेक्टर में सोमवार को अतिक्रमण निरोधक दस्ते की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी. जहां पर प्लॉट नंबर 156 से लेकर 161 तक 6 प्लॉटों और 85 से लेकर 94 तक 10 दुकानों पर भी उसी व्यक्ति ने कब्जा किया हुआ था. इसमें प्रत्येक प्लॉट की साइज 1250 स्क्वायर फीट और दुकान की साइज 100 स्क्वायर फीट है.

जिसमें गाय-भैंसों को बांधकर तबेला और डेरी फार्म चलाया हुआ था. साथ ही मावा बनाने की फैक्ट्री भी संचालित की जा रही थी. यूआईटी का अतिक्रमण निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा और वहां पर सीधी कारवाई करते हुए पीला पंजा चला दिया.

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यूआईटी के अधिकारी मान रहे हैं कि उन्होंने अतिक्रमण पर कारवाई की है, लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि कारवाई किस व्यक्ति के अतिक्रमण पर की है. हालांकि यूआईटी के अधिकारी यह भी मान रहे हैं कि उन्होंने 3 साल पहले भी वहां पर अतिक्रमण हटाने की कारवाई की थी, लेकिन दोबारा अतिक्रमण हो गया है.

कोटा. नगर विकास न्यास के अधिकारियों और अतिक्रमण दस्ते ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए के प्लॉट पर से अवैध कब्जा हटाया है. जानकारी के अनुसार इस प्लॉट पर डेयरी फार्म और मावा फैक्ट्री अवैध रुप से संचालित की जा रही थी. वहीं यह अवैध कब्जा माइनिंग विभाग के एक बड़े अधिकारी ने किया हुआ था, जिस पर यूआईटी के अधिकारी भी कारवाई करने से डर रहे थे.

अवैध प्लॉट पर कब्जा पर UIT ने चला दी जेसीबी

यूआईटी ने सोमवार को करीब 15 से ज्यादा प्लाटों को अतिक्रमण मुक्त करवाया है और अवैध निर्माण पर जेसीबी भी चलवाई है. यह जमीन करीब 7 करोड़ रुपए की बताई जा रही है.

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जानकारी के अनुसार आरकेपुरम ए सेक्टर में सोमवार को अतिक्रमण निरोधक दस्ते की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी. जहां पर प्लॉट नंबर 156 से लेकर 161 तक 6 प्लॉटों और 85 से लेकर 94 तक 10 दुकानों पर भी उसी व्यक्ति ने कब्जा किया हुआ था. इसमें प्रत्येक प्लॉट की साइज 1250 स्क्वायर फीट और दुकान की साइज 100 स्क्वायर फीट है.

जिसमें गाय-भैंसों को बांधकर तबेला और डेरी फार्म चलाया हुआ था. साथ ही मावा बनाने की फैक्ट्री भी संचालित की जा रही थी. यूआईटी का अतिक्रमण निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा और वहां पर सीधी कारवाई करते हुए पीला पंजा चला दिया.

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यूआईटी के अधिकारी मान रहे हैं कि उन्होंने अतिक्रमण पर कारवाई की है, लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि कारवाई किस व्यक्ति के अतिक्रमण पर की है. हालांकि यूआईटी के अधिकारी यह भी मान रहे हैं कि उन्होंने 3 साल पहले भी वहां पर अतिक्रमण हटाने की कारवाई की थी, लेकिन दोबारा अतिक्रमण हो गया है.

Intro:यूआईटी ने मुक्त करवाए प्लाटों पर डेयरी फार्म और मावा फैक्ट्री संचालित हो रही थी. यह अवैध कब्जा माइनिंग विभाग के एक बड़े अधिकारी ने किया हुआ था, जिस पर यूआईटी के अधिकारी भी कार्रवाई से डर रहे थे. यूआईटी के करीब 15 से ज्यादा प्लाटों को अतिक्रमण मुक्त करवाया है और अवैध निर्माण पर जेसीबी भी चलवाई गई है. यह जमीन करीब 7 करोड रुपए की बताई जा रही है.Body:कोटा.
नगर विकास न्यास के अधिकारियों और अतिक्रमण दस्ते ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए के प्लॉट पर से अवैध कब्जा हटाया है. जहां पर डेयरी फार्म और मावा फैक्ट्री संचालित हो रही थी. यह अवैध कब्जा माइनिंग विभाग के एक बड़े अधिकारी ने किया हुआ था, जिस पर यूआईटी के अधिकारी भी कार्रवाई से डर रहे थे. यूआईटी के करीब 15 से ज्यादा प्लाटों को अतिक्रमण मुक्त करवाया है और अवैध निर्माण पर जेसीबी भी चलवाई गई है. यह जमीन करीब 7 करोड रुपए की बताई जा रही है.

जानकारी के अनुसार आरकेपुरम ए सेक्टर में आज अतिक्रमण निरोधक दस्ते की टीम हटाने पहुंची थी जहां पर प्लॉट नंबर 156 से लेकर 161 तक 6 प्लॉटों और 85 से लेकर 94 तक 10 दुकानों पर भी उसी व्यक्ति ने कब्जा किया हुआ था. इसमें प्रत्येक प्लॉट की साइज 1250 स्क्वायर फीट और दुकान की साइज 100 स्क्वायर फीट है. जिसमें गाय भैंसों को बांधकर तबेला और डेरी फार्म चलाया हुआ था. साथ ही मावा बनाने की फैक्ट्री भी संचालित की जा रही थी. यूआईटी का अतिक्रमण निरोधक दस्ता आज मौके पर पहुंचा और वहां पर सीधी कार्रवाई करते हुए पीला पंजा चला दिया. जहां पर बाउंड्री बनाकर अतिक्रमण किया हुआ था. Conclusion:यूआईटी के अधिकारी मान रहे हैं कि उन्होंने अतिक्रमण पर कार्रवाई की है, लेकिन यह नहीं बता रहे हैं कि कार्रवाई किस व्यक्ति के अतिक्रमण पर की है. हालांकि यूआईटी के अधिकारी यह भी मान रहे हैं कि उन्होंने 3 साल पहले भी वहां पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की थी लेकिन दोबारा अतिक्रमण हो गया है


बाइट-- रामकल्याण यादवेंद्र, तहसीलदार यूआईटी कोटा

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