कोटा (हाड़ौती). अंचल में सर्दी का असर कम होने और दिन के तापमान में तेजी आने के साथ मेहमान अप्रवासी पक्षी अपने घर अपने वतन को लौटने लगे है. कोटा संभाग के तालाबों पर नवंबर से आकर अब तक बसेरा करने वाले मेहमान पक्षी 15 फरवरी से अपने वतन के लिए उड़ान भरने लगे है.
साइबेरिया और यूरोप जैसे ठंडे प्रदेशों से आकर यहां वक्त बिताने के बाद जैसे ही तापमान में तेजी आने लगी अप्रवासी पक्षियों के यहां से जाने का सिलसिला शुरू हो गया. क्षेत्र के जलस्त्रोतों में हर साल लेसर विसलिंग टील, रेड क्रेस्टेड पोचर्ड, शॉवलर, नॉर्दन पिंटेल, टफटेड पोचर्ड, गेडवेल, कॉमन टील, कोटन टील, रूडी शैलडक और कॉमन कूट आदी पक्षी ठंडे प्रदेशों से यहां सर्दियों में प्रवास करने आते है.
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कोटा के नेचर प्रमोटर एच एस जैदी ने बताया कि यह सकतपुरा का तालाब है. जिसमें बड़ी संख्या में अप्रवासी पक्षियों का जमावड़ी लगा हुआ है. यह भी यहां से जाने की तैयारी में है. नेचर प्रमोटर एस एच जैदी के मुताबिक 15 मार्च तक सभी अप्रवासी पक्षी यहां से चले जाएंगे. जैदी ने कहा इस साल पिछले सालों के मुकाबले काफी कम संख्या में मेहमान पक्षी कोटा और हाड़ौती के अन्य जलस्त्रोतों में दिखने को मिले.