ETV Bharat / city

कोटाः हड़ौती में गर्मी शुरू होते अप्रवासी पक्षी लौटने लगे अपने वतन - कोटा में अप्रवासी पक्षी

कोटा हाड़ौती की धरा ओर जल स्त्रोतों पर नजर आने वाले अप्रवासी पक्षी गर्मी शुरू होने के साथ ही अपने वतन को लौटने लगे. साइबेरिया, यूरोप जैसे ठंडे प्रदेशों से आकर सर्दी मौसम यहां बिताने के बाद जैसे ही तापमान में तेजी आने लगी, अप्रवासी पक्षियों को यहां से जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. क्षेत्र के जलस्त्रोतों में हर साल लेसर विसलिंग टील, रेड क्रेस्टेड पोचर्ड, शॉवलर, नॉर्दन पिंटेल, टफटेड पोचर्ड, गेडवेल, कॉमन टील, कोटन टील, रूडी शैलडक और कॉमन कूट आदी पक्षी प्रवास करने आते है.

कोटा हाड़ौती की खबर, Kota Hadoti news, अप्रवासी पक्षी, Migratory birds
अप्रवासी पक्षी लौटने लगे अपने वतन
author img

By

Published : Feb 17, 2020, 3:24 PM IST

कोटा (हाड़ौती). अंचल में सर्दी का असर कम होने और दिन के तापमान में तेजी आने के साथ मेहमान अप्रवासी पक्षी अपने घर अपने वतन को लौटने लगे है. कोटा संभाग के तालाबों पर नवंबर से आकर अब तक बसेरा करने वाले मेहमान पक्षी 15 फरवरी से अपने वतन के लिए उड़ान भरने लगे है.

अप्रवासी पक्षी लौटने लगे अपने वतन

साइबेरिया और यूरोप जैसे ठंडे प्रदेशों से आकर यहां वक्त बिताने के बाद जैसे ही तापमान में तेजी आने लगी अप्रवासी पक्षियों के यहां से जाने का सिलसिला शुरू हो गया. क्षेत्र के जलस्त्रोतों में हर साल लेसर विसलिंग टील, रेड क्रेस्टेड पोचर्ड, शॉवलर, नॉर्दन पिंटेल, टफटेड पोचर्ड, गेडवेल, कॉमन टील, कोटन टील, रूडी शैलडक और कॉमन कूट आदी पक्षी ठंडे प्रदेशों से यहां सर्दियों में प्रवास करने आते है.

पढ़ेंः कोटा में गैस सिलेंडर के बढ़े दामों को लेकर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, जलाया PM मोदी का पुतला

कोटा के नेचर प्रमोटर एच एस जैदी ने बताया कि यह सकतपुरा का तालाब है. जिसमें बड़ी संख्या में अप्रवासी पक्षियों का जमावड़ी लगा हुआ है. यह भी यहां से जाने की तैयारी में है. नेचर प्रमोटर एस एच जैदी के मुताबिक 15 मार्च तक सभी अप्रवासी पक्षी यहां से चले जाएंगे. जैदी ने कहा इस साल पिछले सालों के मुकाबले काफी कम संख्या में मेहमान पक्षी कोटा और हाड़ौती के अन्य जलस्त्रोतों में दिखने को मिले.

कोटा (हाड़ौती). अंचल में सर्दी का असर कम होने और दिन के तापमान में तेजी आने के साथ मेहमान अप्रवासी पक्षी अपने घर अपने वतन को लौटने लगे है. कोटा संभाग के तालाबों पर नवंबर से आकर अब तक बसेरा करने वाले मेहमान पक्षी 15 फरवरी से अपने वतन के लिए उड़ान भरने लगे है.

अप्रवासी पक्षी लौटने लगे अपने वतन

साइबेरिया और यूरोप जैसे ठंडे प्रदेशों से आकर यहां वक्त बिताने के बाद जैसे ही तापमान में तेजी आने लगी अप्रवासी पक्षियों के यहां से जाने का सिलसिला शुरू हो गया. क्षेत्र के जलस्त्रोतों में हर साल लेसर विसलिंग टील, रेड क्रेस्टेड पोचर्ड, शॉवलर, नॉर्दन पिंटेल, टफटेड पोचर्ड, गेडवेल, कॉमन टील, कोटन टील, रूडी शैलडक और कॉमन कूट आदी पक्षी ठंडे प्रदेशों से यहां सर्दियों में प्रवास करने आते है.

पढ़ेंः कोटा में गैस सिलेंडर के बढ़े दामों को लेकर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन, जलाया PM मोदी का पुतला

कोटा के नेचर प्रमोटर एच एस जैदी ने बताया कि यह सकतपुरा का तालाब है. जिसमें बड़ी संख्या में अप्रवासी पक्षियों का जमावड़ी लगा हुआ है. यह भी यहां से जाने की तैयारी में है. नेचर प्रमोटर एस एच जैदी के मुताबिक 15 मार्च तक सभी अप्रवासी पक्षी यहां से चले जाएंगे. जैदी ने कहा इस साल पिछले सालों के मुकाबले काफी कम संख्या में मेहमान पक्षी कोटा और हाड़ौती के अन्य जलस्त्रोतों में दिखने को मिले.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.