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कोटा: अस्पताल में कंप्यूटर ऑपरेटर और सुपरवाइजर में झगड़ा, एक दूसरे पर बल्ले से हमला - rampura district hospital

कोटा के रामपुरा जिला अस्पताल में मंगलवार को कंप्यूटर ऑपरेटर और सुपरवाइजर के बीच में झगड़ा हो गया. बता दें कि कार्मिकों के झगड़े का पूरा मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है. जिसमें साफ नजर आ रहा है कि कार्मिकों एक दूसरे को बल्ला लेकर मारने दौड़ रहे है.

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Published : Nov 5, 2019, 9:28 PM IST

कोटा. जिले के रामपुरा जिला अस्पताल में मंगलवार को ठेकेदार के कार्मिकों और सुपरवाइजर का आपस में झगड़ा हो गया. कार्मिकों के झगड़े में हालात ऐसे बने कि एक दूसरे को बल्ला लेकर मारने के लिए दौड़ पड़े जिससे पूरे अस्पताल में सनसनी फैल गई और मरीज अचानक हुए इस घटनाक्रम से सहम गए.

अस्पताल में कंप्यूटर ऑपरेटर और सुपरवाइजर में झगड़ा

बता दें कि यह पूरा घटनाक्रम वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. जिसमें साफ नजर आ रहा है कि कार्मिक आपस में लड़ रहे हैं. वहीं सूचना मिलने पर रामपुरा कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और इस झगड़े में शामिल दोनों पक्षों के तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. जानकारी के अनुसार अजीत सिंह का रामपुरा सेटेलाइट हॉस्पिटल में सफाई और कंप्यूटर ऑपरेटरों का कांटेक्ट है. ऐसे में उसने कुछ दिन पहले दो कंप्यूटर ऑपरेटर सलमान और आकिब को हटा दिया था.

पढ़ेंः निकाय चुनाव 2019: कोटा के सांगोद में रूठे कार्यकर्ताओं को मनाने में जुटी कांग्रेस

मंगलवार को भी वे अस्पताल पहुंचे और सुपरवाइजर अकरम से झगड़ गए. कंप्यूटर ऑपरेटरों का आरोप है कि उन्हें चार-पांच साल से काम करते हुए होंगे फिर भी हटा दिया है साथ ही मानदेय भी पूरा नहीं दिया जाता है. वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस तीनों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया है. अस्पताल प्रभारी का कहना है कि इस तरह की घटना की पुनरावृति दोबारा नहीं हो, इसके लिए ठेकेदार को पाबंद किया है साथ ही इस मामले में तीन सदस्यों की जांच कमेटी गठित कर दी है.

कोटा. जिले के रामपुरा जिला अस्पताल में मंगलवार को ठेकेदार के कार्मिकों और सुपरवाइजर का आपस में झगड़ा हो गया. कार्मिकों के झगड़े में हालात ऐसे बने कि एक दूसरे को बल्ला लेकर मारने के लिए दौड़ पड़े जिससे पूरे अस्पताल में सनसनी फैल गई और मरीज अचानक हुए इस घटनाक्रम से सहम गए.

अस्पताल में कंप्यूटर ऑपरेटर और सुपरवाइजर में झगड़ा

बता दें कि यह पूरा घटनाक्रम वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. जिसमें साफ नजर आ रहा है कि कार्मिक आपस में लड़ रहे हैं. वहीं सूचना मिलने पर रामपुरा कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और इस झगड़े में शामिल दोनों पक्षों के तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. जानकारी के अनुसार अजीत सिंह का रामपुरा सेटेलाइट हॉस्पिटल में सफाई और कंप्यूटर ऑपरेटरों का कांटेक्ट है. ऐसे में उसने कुछ दिन पहले दो कंप्यूटर ऑपरेटर सलमान और आकिब को हटा दिया था.

पढ़ेंः निकाय चुनाव 2019: कोटा के सांगोद में रूठे कार्यकर्ताओं को मनाने में जुटी कांग्रेस

मंगलवार को भी वे अस्पताल पहुंचे और सुपरवाइजर अकरम से झगड़ गए. कंप्यूटर ऑपरेटरों का आरोप है कि उन्हें चार-पांच साल से काम करते हुए होंगे फिर भी हटा दिया है साथ ही मानदेय भी पूरा नहीं दिया जाता है. वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस तीनों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया है. अस्पताल प्रभारी का कहना है कि इस तरह की घटना की पुनरावृति दोबारा नहीं हो, इसके लिए ठेकेदार को पाबंद किया है साथ ही इस मामले में तीन सदस्यों की जांच कमेटी गठित कर दी है.

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रामपुरा जिला अस्पताल में कार्मिकों के झगड़े का पूरा मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है जिसमें साफ नजर आ रहा है कि कार्मिकों एक दूसरे को बल्ला लेकर मारने दौड़ रहे है. जिससे पूरे अस्पताल में सनसनी फैल गई और मरीज अचानक हुए इस घटनाक्रम से सहम गए.




Body:कोटा.
रामपुरा जिला अस्पताल में आज ठेकेदार के कार्मिकों और सुपरवाइजर में आपस में झगड़ा हो गया. कार्मिकों के झगड़े में हालात ऐसे बने कि एक दूसरे को बल्ला लेकर मारने दौड़े. जिससे पूरे अस्पताल में सनसनी फैल गई और मरीज अचानक हुए इस घटनाक्रम से सहम गए. यह पूरा घटनाक्रम वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. जिसमें साफ नजर आ रहा है कि कार्मिक आपस में लड़ रहे हैं. वहीं सूचना मिलने पर रामपुरा कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और इस झगड़े में शामिल दोनों पक्षों के तीन जनों को गिरफ्तार कर लिया.

जानकारी के अनुसार अजीत सिंह का रामपुरा सेटेलाइट हॉस्पिटल में सफाई और कंप्यूटर ऑपरेटरों का कांटेक्ट है. ऐसे में उसने कुछ दिन पहले दो कंप्यूटर ऑपरेटरों सलमान व आकिब को हटा दिया था. आज भी वे अस्पताल पहुंचे और सुपरवाइजर अकरम से झगड़ गए. कंप्यूटर ऑपरेटरों का आरोप है कि उन्हें चार पांच साल से काम करते हुए होंगे. फिर भी हटा दिया है. साथ ही मानदेय भी पूरा नहीं दिया जाता है. Conclusion:सूचना पर पहुंची पुलिस तीनों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया है. अस्पताल प्रभारी का कहना है कि इस तरह की घटना की पुनरावृति दोबारा नहीं हो, इसके लिए ठेकेदार को पाबंद किया है. साथ ही इस मामले में तीन सदस्यों की जांच कमेटी गठित कर दी है.

बाइट-- डॉ. एचएल मीणा, प्रभारी, रामपुरा अस्पताल
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