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कोटा: कलेक्टर कसेरा ने जेडीबी कॉलेज का किया निरीक्षण, पीडब्ल्यूडी को कॉलेज भवन प्रोजेक्ट दोबारा बनाने के दिए निर्देश

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Published : Oct 19, 2019, 6:43 PM IST

जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा शनिवार को जेडीबी कॉलेज का निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने फैकल्टी और स्टाफ से बातचीत की. वहीं, कॉलेज बिल्डिंगों का काम शुरू नहीं होने पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह जल्द निर्माण कार्य शुरू करवाए.

कलेक्टर ने किया जेडीबी कॉलेज का निरीक्षण, Collector inspected JDB College

कोटा. जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा ने शनिवार को राज के जानकी देवी बजाज कन्या महाविद्यालय का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कॉलेज बिल्डिंगों का काम शुरू नहीं होने पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से चर्चा की. साथ ही उन्हें निर्देश दिए कि वह नए तरीके से इसका प्रोजेक्ट तैयार करे और भवन निर्माण में आ रही समस्याओं का समाधान कर, जल्द निर्माण कार्य शुरू करवाए.

कलेक्टर कसेरा ने जेडीबी कॉलेज का किया निरीक्षण

जानकारी के अनुसार राजकीय जेडीबी कॉलेज का विघटन 4 साल पहले राज्य सरकार ने कर दिया था. इसमें साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स तीनों कॉलेजों को अलग-अलग बिल्डिंग दी गई थी. वहीं, मूल बिल्डिंग साइंस कॉलेज को सौंप दी गई थी. आर्ट्स और कॉमर्स के नए भवन के लिए 6- 6 करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया गया था, लेकिन आर्ट्स कॉलेज के निर्माण के लिए पेड़ काटने की अनुमति नहीं मिली थी और कॉमर्स कॉलेज को पर्याप्त जमीन नहीं मिल पाई थी.

इसी समस्या को लेकर शनिवार को जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा ने जेडीबी कॉलेज का निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने फैकल्टी और स्टाफ से बातचीत की. तीनों कॉलेजों के प्राचार्य, पीडब्ल्यूडी, यूआईटी, नगर निगम के अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे.

पढ़े: कोर्ट जा रही पत्नी को रास्ते में रोककर कहा-'तलाक-तलाक-तलाक', मामले की जांच में जुटी पुलिस

कलेक्टर कसेरा ने बताया है कि उनके पास समस्या आई थी कि जेडीबी की जो बिल्डिंग बनी है, उसको लेकर मौके पर जमीन पर्याप्त नहीं है. इसलिए तीनों कॉलेजों के प्राचार्य के साथ शनिवार को मैंने मौका का निरीक्षण किया है.

उसके बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिस कॉलेज में जितनी छात्राएं पढ़ती हैं, उसके हिसाब से नया प्रोजेक्ट तैयार किया जाए. जिससे आगे स्टूडेंट्स और कॉलेज प्रबंधन को किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं आए. नए प्रोजेक्ट बनने के बाद जो डिसीजन हम ले सकते हैं, वो लेगें और जो सरकार के स्तर पर होंगे उनका मार्गदर्शन राज्य सरकार से लिया जाएगा.

पढ़े: आपणी सरकार: सीकर नगर परिषद के 5 साल, कैसा रहा शहर का हाल...देखिए रिपोर्ट

निरीक्षण के दौरान एक जगह पर कॉलेज भवन में छत का प्लास्टर गिरा हुआ था, जिसे कलेक्टर ने तुरंत दुरुस्त करने की मांग की है. आर्ट्स कॉलेज की छात्रसंघ अध्यक्ष प्रेरणा जयसवाल ने भी कलेक्टर से मौका मुआयना करते समय मुलाकात की और मांग की है कि आर्ट्स कॉलेज में 6 हजार से ज्यादा छात्राएं पढ़ती है. ऐसे में मूल बिल्डिंग आर्ट्स कॉलेज को दी जाए.

कोटा. जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा ने शनिवार को राज के जानकी देवी बजाज कन्या महाविद्यालय का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कॉलेज बिल्डिंगों का काम शुरू नहीं होने पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से चर्चा की. साथ ही उन्हें निर्देश दिए कि वह नए तरीके से इसका प्रोजेक्ट तैयार करे और भवन निर्माण में आ रही समस्याओं का समाधान कर, जल्द निर्माण कार्य शुरू करवाए.

कलेक्टर कसेरा ने जेडीबी कॉलेज का किया निरीक्षण

जानकारी के अनुसार राजकीय जेडीबी कॉलेज का विघटन 4 साल पहले राज्य सरकार ने कर दिया था. इसमें साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स तीनों कॉलेजों को अलग-अलग बिल्डिंग दी गई थी. वहीं, मूल बिल्डिंग साइंस कॉलेज को सौंप दी गई थी. आर्ट्स और कॉमर्स के नए भवन के लिए 6- 6 करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया गया था, लेकिन आर्ट्स कॉलेज के निर्माण के लिए पेड़ काटने की अनुमति नहीं मिली थी और कॉमर्स कॉलेज को पर्याप्त जमीन नहीं मिल पाई थी.

इसी समस्या को लेकर शनिवार को जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा ने जेडीबी कॉलेज का निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने फैकल्टी और स्टाफ से बातचीत की. तीनों कॉलेजों के प्राचार्य, पीडब्ल्यूडी, यूआईटी, नगर निगम के अधिकारी भी उनके साथ मौजूद रहे.

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कलेक्टर कसेरा ने बताया है कि उनके पास समस्या आई थी कि जेडीबी की जो बिल्डिंग बनी है, उसको लेकर मौके पर जमीन पर्याप्त नहीं है. इसलिए तीनों कॉलेजों के प्राचार्य के साथ शनिवार को मैंने मौका का निरीक्षण किया है.

उसके बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिस कॉलेज में जितनी छात्राएं पढ़ती हैं, उसके हिसाब से नया प्रोजेक्ट तैयार किया जाए. जिससे आगे स्टूडेंट्स और कॉलेज प्रबंधन को किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं आए. नए प्रोजेक्ट बनने के बाद जो डिसीजन हम ले सकते हैं, वो लेगें और जो सरकार के स्तर पर होंगे उनका मार्गदर्शन राज्य सरकार से लिया जाएगा.

पढ़े: आपणी सरकार: सीकर नगर परिषद के 5 साल, कैसा रहा शहर का हाल...देखिए रिपोर्ट

निरीक्षण के दौरान एक जगह पर कॉलेज भवन में छत का प्लास्टर गिरा हुआ था, जिसे कलेक्टर ने तुरंत दुरुस्त करने की मांग की है. आर्ट्स कॉलेज की छात्रसंघ अध्यक्ष प्रेरणा जयसवाल ने भी कलेक्टर से मौका मुआयना करते समय मुलाकात की और मांग की है कि आर्ट्स कॉलेज में 6 हजार से ज्यादा छात्राएं पढ़ती है. ऐसे में मूल बिल्डिंग आर्ट्स कॉलेज को दी जाए.

Intro:आज जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा ने पूरे जेडीबी कॉलेज का निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने फैकल्टी और स्टाफ से बातचीत की. तीनों कॉलेजों के प्राचार्य, पीडब्ल्यूडी, यूआईटी, नगर निगम के अधिकारी भी उनके साथ रहे.

Body:कोटा. जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा ने आज राज के जानकी देवी बजाज कन्या महाविद्यालय का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने स्वीकृत ने कॉलेज बिल्डिंगों का काम शुरू नहीं होने पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से चर्चा की. साथ ही उन्हें निर्देश दिए हैं कि वे नए तरीके से इसका प्रोजेक्ट तैयार करें, भवन निर्माण में आ रही समस्याएं जिनका स्थानीय स्तर पर समस्या का समाधान हो सकता है, उसे तुरंत समाधान करा निर्माण कार्य शुरू करवाया जाएगा और जिनका समाधान सरकार के स्तर पर होगा, उन्हें वहां भेजा जाएगा.

जानकारी के अनुसार राजकीय जेडीबी कॉलेज का विघटन 4 साल पहले राज्य सरकार ने कर दिया था, इसमें से साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स तीनों कॉलेजों को अलग अलग कर दिया. वही मूल बिल्डिंग साइंस कॉलेज को सौंप दी थी. आर्ट्स और कॉमर्स के नए भवन के लिए 6- 6 करोड़ रुपए का बजट जारी कर दिया था, लेकिन आर्ट्स कॉलेज के निर्माण के लिए पेड़ काटने की अनुमति नहीं मिली थी और कॉमर्स कॉलेज को पर्याप्त जमीन नहीं मिल पाई थी.
इसी समस्या को लेकर आज जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा ने पूरे जेडीबी कॉलेज का निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने फैकल्टी और स्टाफ से बातचीत की. तीनों कॉलेजों के प्राचार्य, पीडब्ल्यूडी, यूआईटी, नगर निगम के अधिकारी भी उनके साथ रहे.
कलेक्टर कसेरा का कहना है कि उनके पास समस्या आई थी कि जेडीबी की जो बिल्डिंग बनी है, उसको लेकर मौके पर जमीन पर्याप्त नहीं है. इसीलिए तीनों कॉलेजों के प्राचार्य के साथ आज मैंने मौका का निरीक्षण किया है. उसके बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिस कॉलेज में जितनी छात्राएं पढ़ती हैं उसके हिसाब से नया प्रोजेक्ट तैयार किया जाए ताकि आगे स्टूडेंट्स और कॉलेज प्रबंधन को भी किसी तरह की कोई समस्या नहीं आए. नए प्रोजेक्ट बनने के बाद जो डिसीजन हम ले सकते हैं उन पर निर्णय हम कर लेंगे और जो सरकार के स्तर पर होंगे उनका मार्गदर्शन राज्य सरकार से लिया जाएगा.Conclusion:निरीक्षण के दौरान एक जगह पर कॉलेज भवन में छत का प्लास्टर गिरा हुआ था, जिसे कलेक्टर ने तुरंत दुरुस्त करने की मांग की है. आर्ट्स कॉलेज की छात्रसंघ अध्यक्ष प्रेरणा जयसवाल ने भी कलेक्टर से मौका मुआयना करते समय मुलाकात की और मांग की है कि आर्ट्स कॉलेज में 6000 से ज्यादा छात्राएं पढ़ती है. ऐसे में मूल बिल्डिंग आर्ट्स कॉलेज को दी जाए.


बाइट-- ओमप्रकाश कसेरा, जिला कलेक्टर कोटा
बाइट-- ओमप्रकाश कसेरा, जिला कलेक्टर कोटा
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