कोटा. जिला पुलिस की मानव तस्कर विरोधी यूनिट (Anti human trafficking unit) उन लोगों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं रही है, जिनके परिजन दुनिया की इस भीड़ में कहीं गुम हो गए. कोटा मानव तस्कर विरोधी यूनिट ने दो वर्षों में ना केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत से 1869 गुमशुदा हुए लोगों को ढूंढा और उनके परिवारों में नई खुशियां भर दी.
मानव तस्करी विरोधी यूनिट ने वर्ष 2019 में खोए हुए 1089 लोगों की तलाश की है, जिनमें 233 बालक और बालिकाओं को दस्तयाब किया गया है. साथ ही 856 महिला और पुरुषों को खोजा गया है. वहीं, यूनिट ने वर्ष 2020 में गुम हुए 780 लोगों की तलाश की है, जिनमें 159 बालक-बालिकाएं शामिल हैं. 621 ऐसे महिला-पुरुषों को खोजा गया है जो अचानक अपने घर से चले गए और लापता थे.
पढ़ें- ढाई किलो अफीम के साथ पाली पुलिस के हत्थे चढ़े दो तस्कर
2 साल में 579 को करवाया बाल श्रम से मुक्त
मानव तस्कर विरोधी यूनिट (Anti human trafficking unit) ने बालकों के विकास उनके पुनुर्वास के लिए काम किए हैं. इसके तहत उन्होंने 2 सालों में 579 बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवाया है. वर्ष 2019 में कुल 539 बालक-बालिकाओं को बाल श्रम से मुक्त करवाया गया. इसके अनुसार ही 19 ऐसे नियुक्ताओं के खिलाफ 7 प्रकरण भी दर्ज किए, जो इनसे बाल मजदूरी करवा रहे थे. जबकि वर्ष 2020 में कुल 40 बालक-बालिकाओं को बाल श्रम से मुक्त करवाते हुए 8 नियुक्ताओं के खिलाफ 10 प्रकरण दर्ज करवाए गए हैं.