दिल्ली/कोटा. 82 विदेशी छात्रों का डाटा JNU प्रशासन के पास मौजूद नहीं होने की ख़बरों पर आखिरकार विश्वविद्यालय प्रशासन ने सफाई दी है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि हमारे पास सभी छात्रों के डाटा है. अधूरी जानकारी के साथ ख़बर बताई जा रही है.
'ऐसी अफवाहें फैलाना गलत'
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा, कि आरटीआई में विदेशी छात्रों के डाटा को लेकर जो सवाल पूछे गए थे, उसकी पूरी जानकारी अभी मुहैया भी नहीं कराई गई थी. आवेदनकर्ता ने बिना किसी तथ्य के मीडिया को गलत जानकारी दी. मीडिया ने भी बिना पड़ताल किए यह ख़बर चला दी.
विश्वविद्यालय ने साथ ही कहा, कि यहां पर पढ़ने वाले छात्र अलग-अलग विभाग में पढ़ते हैं, जिनकी जानकारी भी अलग-अलग विभाग में होती है. सभी जानकारियां इकट्ठा करने में समय लगता है. जबकि, जो आरटीआई फाइल होती है, उसका जवाब एक निर्धारित समय में देना अनिवार्य होता है. ऐसे में आवेदनकर्ता का अधूरी जानकारी पर विश्वास कर मीडिया में बात को उछालना पूरी तरह गलत है.
क्या है पूरा मामला...
बता दें कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी और एनआरसी को लेकर छात्र कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी बीच विदेशी छात्रों की नागरिकता को लेकर लगाई आरटीआई का जवाब सामने आने के बाद नया विवाद खड़ा हो गया था.
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राजस्थान के कोटा निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट सुजीत स्वामी ने जेएनयू में पढ़ रहे विदेशी छात्रों की जानकारी के लिए आरटीआई लगाई थी. ये आरटीआई दिसंबर महीने में लगाई थी, जिसका जवाब गत 14 जनवरी को विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सूची स्वामी को भेजा. जिसमें उन्होंने बताया है कि 301 विदेशी स्टूडेंट जेएनयू में पढ़ रहे हैं, जिसमें से सबसे ज्यादा उत्तरी कोरिया के स्टूडेंट शामिल है.
यह स्टूडेंट 48 अलग-अलग देशों के हैं और 78 कोर्सेज में इन्होंने एडमिशन लिया हुआ है. वहीं जेएनयू में 8805 स्टूडेंट पढ़ रहे हैं, जिनमें से महज 14 फीसदी यूजी कोर्सेज में है, जिनकी संख्या 1264 है. वहीं एमफिल या पीएचडी कोर्सेज में सबसे ज्यादा हैं, जिनकी संख्या 4251 स्टूडेंट है.
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इसके अलावा पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेज में 2877 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. 282 स्टूडेंट पार्ट टाइम और 131 एमटेक और एमपीएच कोर्स में है. लेकिन, इनमें से 82 छात्रों की नागरिकता का कोई भी डाटा विश्वविद्यालय के पास उपलब्ध नहीं है.
सुजीत स्वामी ने अपनी आरटीआई में 4 सवाल पूछे थे. पहला, कि जेएनयू में कितने स्टूडेंट पढ़ाई कर रहे हैं, वहीं दूसरा किस-किस कोर्स में पढ़ रहे हैं. भारत के बाहर के देशों के कितने स्टूडेंट यहां पर पढ़ रहे हैं और यह कौनसे देश और कोर्स के हैं.