कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेंस 2022 के लिए शर्तें और पैटर्न घोषित नहीं किए हैं. इसे लेकर छात्र असमंजस की स्थिति में हैं. बीते साल जेईई मेंस के लिए चार अवसर दिए गए थे. लेकिन 2022 में ये अवसर दिए जाएंगे या नहीं, पूर्व की तरह दो अवसर होंगे या किसी और पैटर्न पर जेईई मेंस एग्जाम होगा. इसे लेकर अभी तक कोई स्पष्टीकरण एनटीए ने नहीं दिया है. इसके चलते छात्र असमंजस में हैं.
इस बार 12वीं बोर्ड के प्राप्तांकों की योग्यता को लेकर भी स्टूडेंट्स और पेरेन्ट्स के मन में बड़े सवाल हैं. स्टूडेंट्स का कहना है कि कोविड से पहले तक 12वीं बोर्ड में टॉप 20 पर्सेन्टाइल या 75 प्रतिशत प्राप्तांक को बोर्ड अंकों की पात्रता के रूप में माना जाता था, कोविड में स्टूडेंट्स को रिलेक्सेशन देते हुए 12वीं उत्तीर्ण ही रखा गया है. जेईई मेंस और एडवांस 2021 की परीक्षा संपन्न हो चुकी है. वहीं रिजल्ट भी आ चुका है. इसके बाद आईआईटी और एनआईटी में प्रवेश के लिए काउंसलिंग भी चल रही है. हालांकि अगले साल के नियम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेंस 2022 के लिए दिशा निर्देश जारी नहीं किए हैं. इसके चलते छात्र असमंजस की स्थिति में हैं.
कोटा से हजारों की संख्या में जेईई-मेंस को लेकर स्टूडेंट्स ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. जेईई एडवांस्ड का रिजल्ट और काउंसलिंग का पहला चरण पूरा होने के बाद अब जिन स्टूडेंट्स को अगले वर्ष की तैयारी करनी है, वे मन बना चुके हैं, इसके अलावा 11वीं उत्तीर्ण करके 12वीं में आने वाले स्टूडेंट्स ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. लेकिन एनटीए के दिशा-निर्देशों के अभाव में लाखों विद्यार्थी चिंतित हैं.
कोटा के निजी इंस्टीट्यूट के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि बीते साल जेईई मेंस के लिए 4 अवसर दिए गए थे. 2022 में ये अवसर दिए जाएंगे या नहीं, पूर्व की तरह दो अवसर होंगे या किसी और पैटर्न पर जेईई मेन एग्जाम होगा, इसे लेकर अभी तक कोई स्पष्टीकरण एनटीए ने नहीं दिया है. आहूजा ने बताया कि यही नहीं इसके साथ ही 12वीं बोर्ड के प्राप्तांकों की योग्यता को लेकर भी बड़े सवाल स्टूडेंट्स और पेरेन्ट्स के मन हैं.
स्टूडेंट्स का कहना है कि कोविड से पहले तक 12वीं बोर्ड में टॉप 20 पर्सेन्टाइल या 75 प्रतिशत प्राप्तांक को बोर्ड अंकों की पात्रता के रूप में माना जाता था. कोरोना काल में स्टूडेंट्स को रिलेक्सेशन देते हुए 12वीं उत्तीर्ण ही रखा गया है. इस साल 2021 में स्टूडेंट्स को प्रमोट किया गया, कई विद्यार्थी प्रमोट होने के बाद भी 75 प्रतिशत पात्रता पूरी नहीं कर पा रहे थे. वे इम्प्रूवमेंट दे रहे हैं. यदि एनटीए योग्यता की स्थिति स्पष्ट कर देता है तो स्टूडेंट्स बेहतरी से 12वीं बोर्ड और जेईई मेंस-एडवांस्ड की तैयारी कर सकेंगे.