कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी जेईई मेन 2022 (JEE MAIN 2022) के जुलाई सेशन में आर्किटेक्चर के बी-आर्क व बी-प्लांनिग कोर्सेज में प्रवेश के लिए 30 जुलाई को परीक्षा होगी. लेकिन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से अभी तक जून सेशन के स्कोरकार्ड घोषित नहीं हुए है. इसका खामियाजा छात्रों को उठाना होगा. स्कोर की जानकारी नहीं होने पर जेईई मेन की आर्किटेक्चर प्रवेश परीक्षा के दूसरे सेशन में कई स्टूडेंट्स को एग्जाम देना होगा.
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि ऐसे कई विद्यार्थी हैं, जिनका जून सेशन में अच्छा स्कोर बना होगा. लेकिन स्कोर कार्ड जारी नहीं करने के चलते उन्हें दोबारा परीक्षा देनी पड़ेगी. इन स्टूडेंट्स को परीक्षा के लिए दोबारा आवेदन तो करना ही पड़ा है. इसके अलावा उन्हें फीस भी चुकानी पड़ी है. साथ ही परीक्षा देने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ी है. जबकि वह इस महत्वपूर्ण समय का उपयोग अपनी एडवांस की तैयारी के लिए भी कर सकते हैं.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने इसे नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की बड़ी लापरवाही माना है. उनका कहना है कि बिना कारण ही कई विद्यार्थियों को दोबारा परीक्षा में बैठना पड़ेगा, जबकि अगर उनका स्कोर कार्ड जारी हो जाता तो दोबारा परीक्षा नहीं देते. हर साल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी जेईई मेन बीई व बीटेक परीक्षा के कुछ दिनों बाद आर्किटेक्चर की परीक्षा बी-आर्क व बी-प्लांनिग का स्कोरकार्ड जारी कर देती है. यह परिणाम दूसरे सेशन के शुरू होने के पहले ही आ जाता है.
जून सेशन में तकनीकी फाल्ट से एग्जाम में हुए परेशानः दूसरी तरफ, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद कुछ विद्यार्थियों को दोबारा एडमिट कार्ड जारी किए हैं. यह विद्यार्थी बीई और बीटेक की परीक्षा 30 जुलाई को देंगे. निजी कोचिंग संस्थान के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि गत दिनों आयोजित की गई जेईई-मेन जून व जुलाई में जारी परीक्षा के दौरान सैकड़ों विद्यार्थियों ने तकनीकी समस्याओं का सामना किया था. ऐसे कई विद्यार्थियों ने एनटीए को इस संबंध में ई-मेल के माध्यम से शिकायत की थी.
ईमेल करने वाले विद्यार्थियों की संख्या 550 थी. इनमें से 254 विद्यार्थियों की शिकायतें ऐसी पाई गई, जिनसे एनटीए के अधिकारी सहमत थे और इसके बाद उन्हें दुबारा परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी गई. इन विद्यार्थियों की परीक्षा 30 जुलाई को होगी. इसके अलावा 15 विद्यार्थी ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपनी अपील सुप्रीम कोर्ट में की थी. अपील को स्वीकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें एडिश्नल सेशन आयोजित करते हुए दुबारा परीक्षा में शामिल करने का अवसर देने का आदेश दिया.
आहूजा ने बताया कि ये ऐसे विद्यार्थी थे, जिन्होंने परीक्षा के दौरान तकनीकी समस्याओं का सामना किया था. इसमें कम्प्यूटर बार-बार बंद होना, जूम-इन, जूम आउट की समस्या, प्रश्नों का ब्लर दिखना, सेशन एक्सपायर हो जाना, प्रश्नों के उत्तर का लॉक नहीं होना जैसी कई समस्याएं आई थी. एनटीए ने इस संबंध में पूर्व में ही विद्यार्थियों को सूचित किया हुआ था कि वे इस बारे में ईमेल के माध्यम से सूचित कर सकते हैं.