कोटा. शहर के जेडीबी गर्ल्स कॉमर्स कॉलेज की छात्राएं अपनी मांगों को लेकर शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया. जिसके बाद छात्राएं धरने पर बैठ गई. कॉलेज प्रशासन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया.
जेडीबी गर्ल्स कॉलेज में इन दिनों सांकृतिक कार्यक्रमों को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है. इससे पूर्व छात्राएं इसके लिए निदेशक को भी ज्ञापन दे चुकी है. वहीं, कॉलेज कैम्पस में धरने पर बैठ गई और उन्होंने कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. इस पर कॉमर्स की छात्रासंघ अध्यक्ष का कहना है कि कॉलेज प्रशासन हमारी मांगे नहीं मान रहा इसके लिए हमने धरना शुरू कर दिया. जिससे कॉलेज प्रशासन हमको धमका रहा है.
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इस दौरान उन्होंने बताया कि प्रशासन चोरी का इल्जाम तक हमारे ऊपर लगा रहा है और इसके साथ ही हमारा कैरियर खराब करने तक धमकी दी जा रही है. इसके साथ ही बताया कि प्राचार्य ने हमारे ऊपर गलत इल्जाम लगते हुए दबाव बनाया है. हमारी मांग इतनी है कि हमें सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाने की अनुमति दें और जो हमारे बिल बकाया है उनका भुगतान किया जाए.
छात्रासंघ अध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती और इसके लिए प्राचार्य जब तक हमसे मांफी नहीं मागेंगी तब तक हम धरने पर बैठे रहेंगे. चाहे कुछ भी हो इसकी जिम्मेदारी कॉलेज प्रशासन की होगी.
कॉलेज प्राचार्य ने बताया कि छात्राओं ने जबरन छात्रासंघ सपथ ग्रहण कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को बुलाया था. हम इसलिए मना करते रहे कि कॉलेज में राजनीति अखाड़ा ना बने. क्योकि एक नेता के साथ कई कार्यकर्ता साथ आते हैं. जिससे और छात्राओं को परेशानियां होती हैं. इसी बात का बिल बकाया चल रहा है और उन्होंने छात्राओं पर आरोप लगाया कि कई बार ये छात्राएं अनवरत कार्य में बाधा पहुंचा रही हैं.
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि शांति धारीवाल के पेट में दर्द है. तो क्या सतीश पूनिया डॉक्टर है क्या. उन्होंने धारीवाल की तारीफ करते हुए कहा कि वह हमारे क्षेत्र के जनप्रतिनिधि है. पहला अधिकर उनका था. इससे प्राचार्य की गरिमा को ठेस पहुंची है.
बता दें कि जेडीबी गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्य शांति धारीवाल को बुलाना चाहती थी. लेकिन, छात्राओं ने सतीश पूनिया को बुलाया था. इस घमासान में प्राचार्य छात्राओं को सांस्क्रतिक कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दे रही हैं.