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कार में शव बांध कर ले जाने का मामला : CMO ने रिपोर्ट मांगी तो मचा हड़कंप, नगर निगम और परिवहन विभाग जांच में जुटा - cmo office

झालावाड़ निवासी सीमा की मौत के बाद उसके पिता को मजबूरन शव कार की आगे वाली सीट पर सीट बेल्ट से बांधकर ले जाना पड़ा. एंबुलेंस चालकों ने इस शव को झालावाड़ ले जाने के लिए 35 हजार रुपए की मांग की थी. जिसके बाद ही यह इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई थी. इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी गंभीरता दिखाई और उन्होंने पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.

ambulance driver arbitrary in kota
शव कार में ले जाने को मजबूर परिजन...
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Published : May 25, 2021, 10:13 AM IST

Updated : May 25, 2021, 10:21 AM IST

कोटा. कोरोना संक्रमित की मौत के बाद एंबुलेंस चालक के अधिक रुपए मांगने पर झालावाड़ निवासी को शव को कार की सीट पर बांध कर ले जाना पड़ा था. इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी गंभीरता दिखाई और उन्होंने पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है. जिसके बाद अब पूरे प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.

मजबूर परिजन कार की सीट पर शव बांधकर ले गए थे, जांच के आदेश...

परिवहन विभाग, नगर निगम व जिला कलेक्टर कार्यालय तक हड़कंप मचा हुआ है. मामले में अब उस एंबुलेंस चालक की तलाश शुरू कर दी गई है, जिसने कोटा से झालवाड़ शव ले जाने के 35 हजार रुपए मांगे थे. इस पर बात करते हुए जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ ने बताया कि परिवहन विभाग से जांच करवा रहे हैं. इसके अलावा हमने कुछ एंबुलेंस चालक जो कि ज्यादा रुपए की मांग करते हैं, उनके चालान भी बनाए हैं. साथ ही एक एंबुलेंस चालक पर कार्रवाई करते हुए उसे पुलिस के हवाले भी किया है.

पढ़ें : एंबुलेंस चालक ने मांगे 35 हजार, मजबूर परिजन कार की सीट पर शव बांधकर ले गए

बता दें कि झालावाड़ निवासी 35 वर्षीय सीमा की मौत मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में हो गई थी. जिसके शव को पहले तो अस्पताल से बाहर लाने के लिए वार्ड ब्वॉय ने 1 हजार रुपए मांगे थे. जिसके बाद एंबुलेंस चालक ने शव को कोटा से झालावाड़ ले जाने के लिए 35 हजार रुपए की मांग की. जिस पर सीमा के पिता को मजबूरी में सीमा के शव को कार की आगे की सीट पर बांध कर झालावाड़ ले जाना पड़ा. वहीं, एक दूसरे मामले में भी परिजन शव को कार से ले जाते दिखाई दिए. तस्वीरें सामने आने के बाद पूरे प्रशासन में हड़कंप मच गया.

नहीं हुई एंबुलेंस चालक की पहचान...

जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ का कहना है कि अभी तक एंबुलेंस चालक की पहचान नहीं हुई है, लेकिन ज्यादा पैसे मांगने वाले एंबुलेंस चालक को जल्द ही तलाश लिया जाएगा और उस पर कार्रवाई भी की जाएगी. उज्ज्वल राठौड़ ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में नगर निगम का एक काउंटर लगा हुआ है, जो शवों को ले जाने की व्यवस्था करता है, लेकिन फिर भी लोग एंबुलेंस चालकों से संपर्क कर रहे हैं. ये कभी 18 से लेकर 35 हजार की मनमानी कीमत वसूल रहे हैं. जानकारी जुटाई जा रही है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

वार्ड बॉय की संलिप्तता हुई तो काम से हटा देंगे...

दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने भी इस संबंध में जांच शुरू कर दी है, क्योंकि सीमा के परिजनों ने आरोप लगाया था कि उसके शव को पैक कर नीचे पहुंचाने के भी एक हजार रुपए मांगे गए थे. साथ ही चाय-पानी के पैसे भी वार्ड बॉय मांग रहे थे. नए अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सीएस सुशील का कहना है कि 3 वार्ड बॉय ने सीमा के शव को पैक किया था. तीनों को बुलाकर पूछा है, लेकिन उन्होंने पैसे लेने से इनकार किया है. अगर इन लोगों की संलिप्तता सामने आती है तो अस्पताल से हटा दिया जाएगा.

कोटा. कोरोना संक्रमित की मौत के बाद एंबुलेंस चालक के अधिक रुपए मांगने पर झालावाड़ निवासी को शव को कार की सीट पर बांध कर ले जाना पड़ा था. इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी गंभीरता दिखाई और उन्होंने पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है. जिसके बाद अब पूरे प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.

मजबूर परिजन कार की सीट पर शव बांधकर ले गए थे, जांच के आदेश...

परिवहन विभाग, नगर निगम व जिला कलेक्टर कार्यालय तक हड़कंप मचा हुआ है. मामले में अब उस एंबुलेंस चालक की तलाश शुरू कर दी गई है, जिसने कोटा से झालवाड़ शव ले जाने के 35 हजार रुपए मांगे थे. इस पर बात करते हुए जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ ने बताया कि परिवहन विभाग से जांच करवा रहे हैं. इसके अलावा हमने कुछ एंबुलेंस चालक जो कि ज्यादा रुपए की मांग करते हैं, उनके चालान भी बनाए हैं. साथ ही एक एंबुलेंस चालक पर कार्रवाई करते हुए उसे पुलिस के हवाले भी किया है.

पढ़ें : एंबुलेंस चालक ने मांगे 35 हजार, मजबूर परिजन कार की सीट पर शव बांधकर ले गए

बता दें कि झालावाड़ निवासी 35 वर्षीय सीमा की मौत मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में हो गई थी. जिसके शव को पहले तो अस्पताल से बाहर लाने के लिए वार्ड ब्वॉय ने 1 हजार रुपए मांगे थे. जिसके बाद एंबुलेंस चालक ने शव को कोटा से झालावाड़ ले जाने के लिए 35 हजार रुपए की मांग की. जिस पर सीमा के पिता को मजबूरी में सीमा के शव को कार की आगे की सीट पर बांध कर झालावाड़ ले जाना पड़ा. वहीं, एक दूसरे मामले में भी परिजन शव को कार से ले जाते दिखाई दिए. तस्वीरें सामने आने के बाद पूरे प्रशासन में हड़कंप मच गया.

नहीं हुई एंबुलेंस चालक की पहचान...

जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ का कहना है कि अभी तक एंबुलेंस चालक की पहचान नहीं हुई है, लेकिन ज्यादा पैसे मांगने वाले एंबुलेंस चालक को जल्द ही तलाश लिया जाएगा और उस पर कार्रवाई भी की जाएगी. उज्ज्वल राठौड़ ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में नगर निगम का एक काउंटर लगा हुआ है, जो शवों को ले जाने की व्यवस्था करता है, लेकिन फिर भी लोग एंबुलेंस चालकों से संपर्क कर रहे हैं. ये कभी 18 से लेकर 35 हजार की मनमानी कीमत वसूल रहे हैं. जानकारी जुटाई जा रही है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

वार्ड बॉय की संलिप्तता हुई तो काम से हटा देंगे...

दूसरी तरफ मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने भी इस संबंध में जांच शुरू कर दी है, क्योंकि सीमा के परिजनों ने आरोप लगाया था कि उसके शव को पैक कर नीचे पहुंचाने के भी एक हजार रुपए मांगे गए थे. साथ ही चाय-पानी के पैसे भी वार्ड बॉय मांग रहे थे. नए अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सीएस सुशील का कहना है कि 3 वार्ड बॉय ने सीमा के शव को पैक किया था. तीनों को बुलाकर पूछा है, लेकिन उन्होंने पैसे लेने से इनकार किया है. अगर इन लोगों की संलिप्तता सामने आती है तो अस्पताल से हटा दिया जाएगा.

Last Updated : May 25, 2021, 10:21 AM IST
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