कोटा. जिले में रविवार को हुए हत्याकांड में महावीर नगर थाने के हिस्ट्रीशीटर रणवीर चौधरी की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. मृतक रणवीर का सोमवार को पोस्टमार्टम करवाया गया, जिसमें खुलासा हुआ कि रणबीर के सिर, सीने और कंधे पर15 गोलियां लगी थी. पांच गोलियां रणवीर के सिर में लगी थी. उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी.
पुलिस ने इस मामले में काम में ली गई स्कॉर्पियो गाड़ी को जब्त कर लिया है और मालिक की भी पहचान की जा रही है. वहीं पुलिस को इस केस में बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने बदमाशों की पहचान कर ली है. जिनमें चार लोगों को नामजद किया गया है. अजय हाड़ा, पीर मोहम्मद, हारून और टिंकू को नामजद किया है. अब जबकि अन्य 5-6 लोगों को भी आरोपी बनाया गया है. पुलिस के विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार रणवीर के नंबर पर आखिरी कॉल करने वाले शख्स विक्रम को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
हत्या करने वाले शिवराज गैंग के सदस्य
जानकारी के मुताबिक नामजद सभी आरोपी शिवराज सिंह के मुख्य सदस्य बताए जा रहे हैं. पुलिस बदमाशों के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. अभी तक पुलिस किसी ठोस आधार पर नहीं पहुंची है, लेकिन बताया जा रहा है कि रणवीर का पिछले कुछ समय से प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था. जिसके चलते ही पुलिस प्रॉपर्टी की डिटेल भी खंगालने में जुटी हुई है.
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मृतक था भानु गैंग का सदस्य
मृतक रणवीर भानु प्रताप गैंग का सदस्य था. कोटा में भानु प्रताप और शिवराज की गैंग के बीच विवाद काफी समय से चल रहा है. शिवराज के बड़े भाई बृजराज सिंह की हत्या 12 मई 2009 को चित्तौड़गढ़ के मेनाल इलाके में भानु प्रताप सिंह ने अपनी गैंग के साथ मिलकर कर दी थी. शिवराज ने इसी हत्या का बदला लेने के लिए भानु प्रताप को जब पुलिस उदयपुर सेंट्रल जेल से झालावाड़ पेशी के लिए 18 अप्रैल 2011 को ले जा रही थी, तभी बिजोलिया इलाके में मेनाल के पास ही दो गाड़ियों में आए गैंगस्टर शिवराज, सूरज भदौरिया व अन्य ने पुलिस वैन को पीछे से टक्कर मार दी. इसके बाद अंधाधुंध फायरिंग कर भानु प्रताप व दो कमांडो प्रकाश व सोहनलाल की हत्या कर दी थी.
गोलियां गिनने के लिए बॉडी का कराया एक्स-रे
पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सकों ने मृतक के शरीर में कितनी गोलियां लगी है. इस संबंध में पूरी बॉडी का पोस्टमार्टम करवाया गया है. जिसमें सामने आया कि करीब 15 गोलियां उसके शरीर के अलग-अलग हिस्सों में लगी हैं. मेडिकल बोर्ड से हुए पोस्टमार्टम में करीब 3-4 घंटे लगे. वहीं पोस्टमार्टम रूम के बाहर हिस्ट्रीशीटर रणवीर के समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा. कई नामचीन बदमाश इस दौरान मोर्चरी के बाहर पहुंचे.