कोटा. कोटा-बीना रेल लाइन दोहरीकरण योजना का कार्य देखने मुख्य संरक्षा एके जैन आयुक्त बुधवार को निरीक्षण करने पहुंचे. जिन्होंने सोगरिया से भौंरा रेलखंड में नवनिर्मित दूसरी रेल लाइन का संरक्षा की दृष्टि से सघन निरीक्षण किया. इसके बाद जल्द नए ट्रेक पर ट्रेन दौड़ने की उम्मीद जगी है.
करीब 210 करोड़ की लागत से बनी इस नई दोहरीकरण रेल लाइन पर 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से ट्रेनों का चलना संभव हो गया है. कोटा-बीना के बीच 282.66 किमी की दोहरीकरण रेल परियोजना पर करीब 1485 करोड़ 65 लाख रुपए खर्च होने का अनुमान है.
इस साल तक इस योजना पर करीब 936 करोड़ खर्च हो चुके हैं. मार्च 2022 तक इस योजना का पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस निरीक्षण के दौरान डीआरएम पंकज शर्मा, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) राजेश अर्गल और अन्य विभागीय रेल अधिकारी मौजूद रहे.
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मुख्य संरक्षा आयुक्त की अनुमति के बाद दौड़ेगी ट्रेन सेफ्टी निरीक्षण के दौरान से भौंरा के बीच 28 किलोमीटर के इस रेलखंड में सोगरिया से दीगोद, दीगोद से श्रीकल्याणपुरा तथा श्रीकल्याणपुरा से भौंरा तक इस तरह कुल तीन ब्लॉक सेक्शन बनाए गए हैं. नवनिर्मित रेल लाइन पर ट्रेन चलाने से पहले सिग्नलिंग सिस्टम, रेलवे ट्रेक, ओएचई लाइन, लेवल क्रॉसिंग गेट, पुल, घुमाव की जांच की गई. मुख्य संरक्षा आयुक्त की अनुमति मिलते ही नवनिर्मित रेलवे ट्रेक पर भी ट्रेन दौड़ने लगेगी.
बढ़ेंगी रेलगाड़ियां, टाइम भी बचेगा...
कोटा-बीना रेलखंड में एकल रेल लाइन पर लगभग 10 यात्री ट्रेन और लगभग 35 मालगाड़ियों का संचालन किया जा रहा है. बारां-सालपुरा रेलखंड का दोहरीकरण कार्य अभी हाल में पूरा हो चुका है. अब लगभग 210 करोड़ की लागत से बनी इस 28 किलोमीटर की एक और दोहरी नई रेल लाइन बन जाने से रेलगाड़ियों के परिवहन में सहूलियत होगी व समय की बचत होगी.