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NEET- UG 2021: 7 दिन शेष, टॉपर्स की निगाह दिल्ली एम्स, पुडुचेरी जिप्मेर व बीएचयू आईएमएस पर...यहां समझें नया पेपर पैटर्न - medical entrance exam

अगामी 12 सितंबर को नीट यूजी 2021 को ऑफलाइन आयोजित करेगा. देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा के आयोजन में 7 दिन शेष हैं. नये पैटर्न में विद्यार्थियों के लिए क्या खास रहेगा आइये समझते हैं.

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी , नीट यूजी , एमबीबीएस में प्रवेश , ऑफलाइन परीक्षा , National Testing Agency,  NEET UG , Admission in MBBS  , offline exam
नीट यूजी के नए पेपर पैटर्न पर एक निगाह
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Published : Sep 4, 2021, 7:34 PM IST

कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) 12 सितंबर को नीट (NEET) स्नातक 2021 का पेन-पेपर मोड पर ऑफलाइन आयोजित करेगा. देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा के आयोजन में 7 दिन शेष हैं. इसके आधार पर देश के 554 सरकारी व गैर सरकारी मेडिकल संस्थानों की 83075 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा. नीट यूजी में सम्मिलित होने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की निगाहें दिल्ली एम्स, पुडुचेरी जिप्मेर, वेल्लोर सीएमसी व बीएचयू आईएमएस जैसे अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मेडिकल संस्थानों की एमबीबीएस सीटों पर रहती हैं.

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नीट यूजी 2021 में परीक्षा पैटर्न, ओएमआर शीट के प्रारूप से लेकर टाई रिजॉल्विंग रूल तक सब कुछ बदला हुआ होगा. विद्यार्थियों को इस वर्ष ओएमआर शीट भरने में भी सावधानी बरतनी होगी. बदले हुए नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार इस बार में 4 विषय, फिजिक्स, केमेस्ट्री बॉटनी व जूलॉजी होंगे. नीट यूजी के इतिहास में पहली बार बायोलॉजी विषय को बॉटनी व जूलॉजी दो भागों में बांट दिया है. अब बॉटनी एवं जूलॉजी दोनों ही भागों से समान संख्या में प्रश्न पूछे जाएंगे.

पढ़ें: CBSE: नए परीक्षा पैटर्न में पहले टर्म की ऑब्जेक्टिव परीक्षा के सैंपल क्वेश्चन पेपर्स व मार्किंग स्कीम जारी

नए पैटर्न अनुसार प्रत्येक विषय दो भागों पार्ट ए व बी में विभाजित होगा. पार्ट-ए में एमसीक्यू आधारित 35 प्रश्न पूछे जाएंगे जिसमें सभी प्रश्न अनिवार्य होंगे. पार्ट बी में एमसीक्यू आधारित 15 प्रश्न होंगे, उनमें से विद्यार्थी को कोई 10 प्रश्न अटेम्प्ट करने होंगे. विद्यार्थी प्रश्न पत्र के पार्ट बी की ओएमआर शीट भरते समय ध्यान रखें क्योंकि ओएमआर स्केनर से सिर्फ भरे हुए प्रथम 10 प्रश्न ही चेक होंगे. ऐसे में विद्यार्थियों को हिदायत दी जाती है कि पार्ट बी में न तो 10 से अधिक प्रश्न हल करने में अपना समय नष्ट करें और न ही 10 से अधिक प्रश्नों के उत्तर पार्ट बी की ओएमआर शीट में भरें.

पढ़ें: नियुक्ति से पहले संतान होने पर भी मिलेगा मैटरनिटी लीव का लाभ

17 लाख विद्यार्थी चाहते हैं 30 हजार सरकारी सीटों पर प्रवेश

विद्यार्थी गवर्नमेंट एमबीबीएस (MBBS) सीट पर प्रवेश का उद्देश्य लेकर चलते हैं. गवर्नमेंट एमबीबीएस सीट की प्रतिस्पर्धा वाकई उच्च स्तरीय होती है. कड़ी प्रतिस्पर्धा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 17 लाख से भी अधिक विद्यार्थी लगभग 30 हजार गवर्नमेंट एमबीबीएस सीट के लिए नीट यूजी प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होते हैं. इस परीक्षा के आधार पर देश की सभी एमबीबीएस, बीडीएस, आयुर्वेद, होम्योपैथ, यूनानी व सिद्धा अर्थात आयुष-अंडर ग्रेजुएट सीटों पर भी प्रवेश दिया जाएगा.

वर्ष 2021 से इंडियन नर्सिंग काउंसिल से संबंद्ध सभी नर्सिंग संस्थानों की बीएससी नर्सिंग (ऑनर्स) सीटों पर भी प्रवेश नीट यूजी के आधार पर भी दिए जाने का प्रावधान है. पिछले माह 5 अगस्त को एजेंसी ने जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध सभी नर्सिंग कॉलेजों के बीएससी नर्सिंग (ऑनर्स) पाठ्यक्रमों में प्रवेश भी नीट यूजी 2021 के आधार पर देने की घोषणा की गई है.

कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) 12 सितंबर को नीट (NEET) स्नातक 2021 का पेन-पेपर मोड पर ऑफलाइन आयोजित करेगा. देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा के आयोजन में 7 दिन शेष हैं. इसके आधार पर देश के 554 सरकारी व गैर सरकारी मेडिकल संस्थानों की 83075 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा. नीट यूजी में सम्मिलित होने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की निगाहें दिल्ली एम्स, पुडुचेरी जिप्मेर, वेल्लोर सीएमसी व बीएचयू आईएमएस जैसे अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मेडिकल संस्थानों की एमबीबीएस सीटों पर रहती हैं.

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नीट यूजी 2021 में परीक्षा पैटर्न, ओएमआर शीट के प्रारूप से लेकर टाई रिजॉल्विंग रूल तक सब कुछ बदला हुआ होगा. विद्यार्थियों को इस वर्ष ओएमआर शीट भरने में भी सावधानी बरतनी होगी. बदले हुए नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार इस बार में 4 विषय, फिजिक्स, केमेस्ट्री बॉटनी व जूलॉजी होंगे. नीट यूजी के इतिहास में पहली बार बायोलॉजी विषय को बॉटनी व जूलॉजी दो भागों में बांट दिया है. अब बॉटनी एवं जूलॉजी दोनों ही भागों से समान संख्या में प्रश्न पूछे जाएंगे.

पढ़ें: CBSE: नए परीक्षा पैटर्न में पहले टर्म की ऑब्जेक्टिव परीक्षा के सैंपल क्वेश्चन पेपर्स व मार्किंग स्कीम जारी

नए पैटर्न अनुसार प्रत्येक विषय दो भागों पार्ट ए व बी में विभाजित होगा. पार्ट-ए में एमसीक्यू आधारित 35 प्रश्न पूछे जाएंगे जिसमें सभी प्रश्न अनिवार्य होंगे. पार्ट बी में एमसीक्यू आधारित 15 प्रश्न होंगे, उनमें से विद्यार्थी को कोई 10 प्रश्न अटेम्प्ट करने होंगे. विद्यार्थी प्रश्न पत्र के पार्ट बी की ओएमआर शीट भरते समय ध्यान रखें क्योंकि ओएमआर स्केनर से सिर्फ भरे हुए प्रथम 10 प्रश्न ही चेक होंगे. ऐसे में विद्यार्थियों को हिदायत दी जाती है कि पार्ट बी में न तो 10 से अधिक प्रश्न हल करने में अपना समय नष्ट करें और न ही 10 से अधिक प्रश्नों के उत्तर पार्ट बी की ओएमआर शीट में भरें.

पढ़ें: नियुक्ति से पहले संतान होने पर भी मिलेगा मैटरनिटी लीव का लाभ

17 लाख विद्यार्थी चाहते हैं 30 हजार सरकारी सीटों पर प्रवेश

विद्यार्थी गवर्नमेंट एमबीबीएस (MBBS) सीट पर प्रवेश का उद्देश्य लेकर चलते हैं. गवर्नमेंट एमबीबीएस सीट की प्रतिस्पर्धा वाकई उच्च स्तरीय होती है. कड़ी प्रतिस्पर्धा का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 17 लाख से भी अधिक विद्यार्थी लगभग 30 हजार गवर्नमेंट एमबीबीएस सीट के लिए नीट यूजी प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होते हैं. इस परीक्षा के आधार पर देश की सभी एमबीबीएस, बीडीएस, आयुर्वेद, होम्योपैथ, यूनानी व सिद्धा अर्थात आयुष-अंडर ग्रेजुएट सीटों पर भी प्रवेश दिया जाएगा.

वर्ष 2021 से इंडियन नर्सिंग काउंसिल से संबंद्ध सभी नर्सिंग संस्थानों की बीएससी नर्सिंग (ऑनर्स) सीटों पर भी प्रवेश नीट यूजी के आधार पर भी दिए जाने का प्रावधान है. पिछले माह 5 अगस्त को एजेंसी ने जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध सभी नर्सिंग कॉलेजों के बीएससी नर्सिंग (ऑनर्स) पाठ्यक्रमों में प्रवेश भी नीट यूजी 2021 के आधार पर देने की घोषणा की गई है.

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