कोटा. शहर की रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस चंबल नदी में खनन माफिया को पकड़ने गई थी. कुछ लोग बूंदी जिले की सीमा में अवैध खनन कर रहे थे. ऐसे में अवैध खनन कर रहे लोगों ने पुलिस का विरोध किया और पुलिस पर ही आरोप लगाने लगे कि पुलिस कोटा जिले में अवैध खनन करने वालों के साथ मिलकर उनपर कार्रवाई कर रही है. जिसके बाद खनन माफियाओं और पुलिस के बीच नोक-झोंक बढ़ गई और पुलिस को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
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जिल जगह कोटा पुलिस कार्रवाई करने गई थी वो बूंदी जिले के केशोरायपाटन इलाके में आता है. जब कोटा की रेलवे कॉलोनी पुलिस कार्रवाई करने गई तो वहां मौजूद लोगों ने पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया. यहां तक की पुलिस भी अवैध खनन में काम आने वाले नाव पर सवार होकर ही कार्रवाई करने गई थी. वहां मौजूद लोगों की पुलिस के साथ नोक-झोंक हो गई. लोगों ने कहा कि पुलिस कोटा में अवैध खनन करने वाले लोगों के साथ मिलकर उनपर कार्रवाई कर रही है. अगर कार्रवाई करनी है तो केशवरायपाटन पुलिस भी कर सकती है. जिसके बाद कोटा पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा.
जब इस पूरे मामले को लेकर केशवरायपाटन पुलिस से पूछा गया तो उन्होंने मामले की जानकारी नहीं होने की बात कही. जब रेलवे कॉलोनी पुलिस थाने से मामले के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने ने भी कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. बताया जा रहा है हेड कांस्टेबल मोहम्मद रशीद, कॉन्स्टेबल अंबाराम, मोहित, मनुराज और मनोज कार्रवाई करने गए थे. हालांकि अब वीडियो वायरल होने के बाद रेलवे कॉलोनी पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि वह बूंदी जिले के केशवरायपाटन इलाके में कार्रवाई करने क्यों गए. जबकि रंगपुर इलाके में ही बड़ी संख्या में चंबल घड़ियाल अभ्यारण में अवैध बजरी का दोहन हो रहा है.