कोटा. पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक शैलेंद्र सिंह कोटा रेल मंडल के दौरे पर आए. उन्होंने आज गंगापुर सिटी से कोटा तक रेल खंड का विंडो निरीक्षण किया. इसके साथ ही कोटा मंडल के कार्मिक और अन्य लोगों से भी उन्होंने मुलाकात की. साथ ही स्टेशनों और रेलवे फाटक पर भी उन्होंने जाकर वहां की कमियों को देखा है. साथ ही उन्होंने अपने निरीक्षण में ज्यादातर व्यवस्थाएं दुरुस्त बताई है. हालांकि कुछ कमियां थी, उनमें भी उन्होंने सुधार के निर्देश दिए हैं. कोटा रेलवे स्टेशन पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कोटा जंक्शन और डकनिया स्टेशन को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर ही विकसित किया जाएगा. इसके लिए योजना इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन बना रहा है.
हालांकि जीएम शैलेंद्र सिंह ज्यादा जानकारी नहीं दे पाए. उन्होंने कहा कि इस संबंध में आईआरएसडीसी शर्तें तैयार कर रहा है. इसमें कुछ स्पेस संवेदक को दे दिया जाएगा. इसके बाद वही स्टेशन को भी विकसित करेंगे. साथ ही उन्हें जो जगह दी जाएगी. वहां पर होटल या कुछ व्यावसायिक गतिविधियां भी कर सकेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि हालांकि कोटा जंक्शन और डकनिया को जो विकसित करना है और देश के अच्छे स्टेशनों में शुमार करना है, उसमें थोड़ा समय लगेगा. साथ ही सोगरिया स्टेशन को अप्रैल के आसपास ऑपरेशनल कर देने की बात उन्होंने कही है.
2024 से बढ़ेगी ट्रेनों की स्पीड
जीएम सिंह ने यह भी कहा कि 2024 तक जो ट्रेनों की स्पीड है, वह 160 की होगी. शुरुआत वे राजधानी और इसके बराबर की ट्रेनों से करेंगे. इसके बाद जो दूसरी ट्रेनें हैं, उनकी भी गति बढ़ाई जाएगी, ताकि यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में सुविधा हो. इसके अलावा जो पैसेंजर ट्रेनें थी, उन्हें मेल एक्सप्रेस बना देने पर उन्होंने कहा कि लंबी दूरी के बीच चलने वाली ट्रेनों में समस्या है कि उन्हें नजदीक के छोटे-छोटे स्टेशनों पर रोकने से उसकी गति कम हो जाती है, जिससे आउटपुट नहीं निकल पाता है. ऐसे में ऐसे छोटे स्टेशनों के बीच मेमू ट्रेन चलाई जाएगी, जो कि 3 से 4 घंटे में अपनी पूरी यात्रा को करेंगी, जो कि करीब 300 किलोमीटर तक चलेंगी. इनसे इन छोटे स्टेशनों की समस्या दूर हो जाएगी, वहां ट्रेन में मिल जाएगी और जो मेल एक्सप्रेस ट्रेन है, उनकी भी गति बढ़ जाएगी.
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यात्रियों का कॉन्फिडेंस बढ़ने पर ट्रेन भी बढ़ेगी
मीडिया ने जब उनसे पूछा कि सभी ट्रेनें कोविड-19 स्पेशल के नाम से चलाई जा रही है. कब तक यह नॉर्मल चलेगी, तब शैलेंद्र सिंह ने कहा कि यात्रियों का आत्मविश्वास जैसे-जैसे बढ़ेगा, वैसे ही सभी ट्रेनें नॉर्मल चलने लगेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि जो पैसेंजर ट्रेनें हैं, अभी उनका किराया बढ़ेगा या नहीं इस संबंध में रेलवे बोर्ड से कोई पत्र नहीं आया है, लेकिन जब भी वह पत्र आएगा, उसके अनुसार ही कार्रवाई होगी. अभी पैसेंजर ट्रेनें संचालित भी नहीं की जा रही है.
अभी नई रेलवे लाइन के लिए कोई प्रस्ताव नहीं
रेलवे के जीएम शैलेंद्र सिंह ने कोटा मंडल से नई रेलवे लाइन के सवाल पर भी कहा कि अभी इस तरह का कोई प्रस्ताव नहीं है. कोटा मंडल में जो रेल सुविधाएं और लाइने बढ़ाने का काम चल रहा है, उन्हीं के लिए बजट है. साथ ही भोपाल-रामगंजमंडी रेल लाइन पर 20 साल से काम चलने और अभी भी पूरा नहीं होने पर उन्होंने कहा कि जितना बजट जिस कार्य के लिए आता है, उतना काम भी करवा रहे हैं.