कोटा. शहर के बंधा धर्मपुरा रोड पर वनखंड की जमीन पर आस पास के ग्रामीणों ने जमीन पर कब्जा कर बाड़ा बना लिया था. जिस पर मंगलवार को वन विभाग और पुलिस जाप्ते की संयुक्त टीम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की है. इस दौरान ग्रमीणों ने इसका विरोध करना चाहा, लेकिन पुलिस ने इनको दूर खदेड़ दिया. टीम ने वन विभाग की 150 हेक्टेयर की भूमि को अतिक्रमियों से मुक्त करवाया गया. इस भूमि की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है.
वन विभाग के सहायक वन सरंक्षक तरुण मेहरा ने बताया कि काफी समय से बंधा धर्मपुरा रोड़ पर वन क्षेत्र में अतिक्रमण की सूचना मिली रही थी. यह बाड़े बंधा धर्मपुरा गांव वालों के थे. अतिक्रमण हटाने के दौरान उनके विरोध करने की उम्मीद थी. इसलिए विभाग की टीम पुलिस का जाप्ता लेकर मौके पर पहुंची और कार्रवाई को अंजाम दिया. सहायक वन सरंक्षक ने बताया कि वन विभाग की करीब 150 हेक्टेयर भूमि पर बड़े-बड़े बाड़े बना कर ग्रामीणों ने कब्जा कर लिया था. ग्रमीणों ने इस भूमि को चारागाह बना लिया था.
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सहायक वन सरंक्षक ने बताया कि ग्रामीण चारागाह के नाम से बाड़े बनाते हैं. धीरे-धीरे भूमि पर कब्ज कर लेते हैं. इसके बाद मौका मिलते ही इन जमीनों को भू-माफिया को बेच दिया जाता है. उस पर प्लॉट काट दिए जाते हैं. तरुण मेहरा ने बताया कि शहर के नजदीक होने से इसकी कीमत करोड़ों रुपये की है, लेकिन यह वन विभाग की अमूल्य वन संपदा है.
जल्द ही भूमि पर होगा पौधारोपण...
सहायक वन सरंक्षक से मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग की ओर से इस अतिक्रमण से मुक्त करवाए गए भूमि पर पौधारोपण किया जाएगा. आने वाले समय में इस भूमि पर योजनाओं के तहत पौधारोपण करवाया जाएगा, जिससे वह संपदा से पर्यावरण को सरंक्षण मिलेगा.