कोटा. राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के सदस्य सुभाष रामनाथ पारधी सुकेत की रहने वाली नाबालिग से हुए गैंगरेप के मामले में आज कोटा पहुंचे हैं. वह पीड़िता के परिजनों से मिलेंगे. इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में सख्त कानून-व्यवस्था नहीं है. अपराधियों में डर नहीं है. इसके चलते ही दलितों के अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं. इसके साथ ही बड़ी संख्या में शिकायतकर्ता भी उनसे मिलने कलेक्ट्रेट पहुंचे हैं, जिन्होंने अपनि शिकायत उन्हें सौंपी है.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग सदस्य सुभाष रामनाथ पारधी ने कहा कि राजस्थान के अंदर काफी संख्या में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के साथ घटनाएं घट रही हैं, वह निंदनीय है. मैं राजस्थान तीसरी बार आया हूं. पहले पाली में दलित परिवार के साथ इस तरह की घटना हुई थी. इसके बाद जोधपुर में एक दलित नाबालिग बच्ची के साथ दो लोगों ने दुष्कर्म किया था. साथ ही अब यह कोटा जिले में भी एक वीभत्स गैंगरेप हुआ है.
यह देश में बड़ी गैंगरेप की घटना कही जा सकती है. उस बच्ची को रखा गया है, वहां पर कंटेंटमेंट एरिया बनाया है. क्योंकि वहां पर कुछ लोग कोविड-19 आए हैं. मैंने अभी भी बोला है कि इस बच्ची से दूसरी जगह बैठा कर बात की जा सकती है. अगर यह निर्णय हो गया तो उससे भी मुलाकात करूंगा. दोपहर में डिविजनल कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर और एसपी से मुलाकात कर पूरे मामले का रिव्यू लूंगा.
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से विनती करता हूं कि अनुसूचित जाति वर्ग के ऊपर जो घटनाएं राजस्थान में घट रही हैं. इसमें सरकार का डर नाम की कोई चीज नहीं है. इसीलिए बढ़ावा मिल रहा है. मुखिया होने के नाते एक प्रकार के सख्त प्रशासन चलाया जाए, जिससे निश्चित रूप से जो लोग इस तरह के कृत्य कर रहे हैं. उनमें डर पैदा होगा और दूसरे लोगों को भी सबक मिलेगा. देश में महिला अत्याचार हो या हत्या के मामले राजस्थान से ही सामने आ रहे है.
गैंगरेप में पुलिस ने जल्द चालान पेश करने की बात कही थी. इसमें 30 से ज्यादा लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है, लेकिन अभी समय लग रहा है, चालान नहीं पेश हुआ है. इस पर राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के सदस्य सुभाष रामनाथ पारधी ने कहा कि बैठक में पूरा कारण पूछा जाएगा. आगामी कार्रवाई के लिए जल्द आदेश दिए जाएंगे. इसके पहले उनके साथ और जनता पार्टी महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने मुलाकात की, साथ ही भाजपा अनुसूचित मोर्चा के सदस्य भी उनसे जाकर मिले हैं.