कोटा. वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए प्रदेश में वीकेंड कर्फ्यू लगाया गया है, जिसकी पुलिस सख्ती से पालना करवा रही है. शनिवार सुबह से पुलिस करीब 100 से ज्यादा वाहनों के चालान बना चुकी है. इसके अलावा सड़क पर घूमने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है.
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बता दें, वीकेंड कर्फ्यू में केवल इमरजेंसी सेवाओं से जुड़े लोगों को ही राहत दी गई है. उन्हें सभी जगह आने-जाने की अनुमति दी जा रही है. शहर के अधिकांश बाजार पूरी तरह से बंद हैं, वहां पर किसी भी तरह की कोई भीड़-भाड़ नजर नहीं आ रही है. यहां तक की कई जगह सन्नाटा पसरा हुआ है.
अधिकांश रास्ते एक तरफा, बसों को भी नहीं मिल रहे यात्री
पुलिस ने कर्फ्यू को देखते हुए अधिकांश रास्तों को एकतरफा कर दिया है ताकि ज्यादा फोर्स उन्हें नहीं लगाना पड़े. इससे अनावश्यक रूप से घूमने वाले लोगों पर पाबंदी लगाई गई है. रोडवेज और प्राइवेट बसों का संचालन पहले की तरह ही जारी है, लेकिन यात्री भार की कमी देखी जा रही है. वहीं, सिटी बसों के संचालन में कोई बदलाव नहीं आया है.
पूछताछ में अस्पताल जाने का बहाना
नयापुरा इलाके में पुलिस ने 4 जगहों पर बैरिकेडिंग लगाकर लोगों की आवाजाही को रोकने का प्रयास किया है. यहां से गुजरने वाले व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में लगो या तो अपने आप को चिकित्साकर्मी बता रहे हैं या फिर अस्पताल जाने का बहाना बना रहे हैं. कुछ लोग अंत्येष्टि में जाने की बात भी कहते नजर आए. वहीं, सड़कों पर वाहन लेकर बेवजह निकलने वाले लोगों का पुलिस चालान काट रही है. साथ ही कुछ वाहनों को भी पुलिस ने जब्त किया है.
इमरजेंसी सेवाएं नहीं हो रही प्रभावित
अस्पताल, केंद्र और राज्य सरकार के कार्यालय, बैंक, मेडिकल स्टोर, दूध डेयरी और किराना की दुकानें ही खुली हुई है. इसके अलावा सब कुछ बंद है. सड़क पर ठेले पर बेचने वाले फल और सब्जी को भी अनुमति दी गई है, ऐसे में वे भी बाजारों में घूम रहे हैं. शहर में करीब 1200 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है, जो 75 से ज्यादा जगह पर लगे हुए हैं.