कोटा. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन 2022 अप्रेल में होने जा रही है. इसकी तिथियां पहले ही जारी कर दी गई थीं. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जारी हैं जिसमें करीब पहले अटेम्प्ट के लिए 6 लाख 20 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने आवेदन किया है. जबकि अभी भी ईडब्ल्यूएस व ओबीसी सर्टिफिकेट को लेकर असमंजस बना हुआ (Confusion over OBC and EWS certificate dates in JEE exams) है.
कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि ईडब्लूएस व ओबीसी कैटेगरी से सर्टिफिकेट 1 जनवरी के बाद का मांगा गया है. सर्टिफिकेट 1 जनवरी के बाद का ना होने पर स्टूडेंट्स डिक्लेरेशन देकर आवेदन तो कर सकते हैं, लेकिन जेईई एडवांस्ड के इन्फोर्मेशन बुलेटिन के अनुसार एडवांस्ड के आवेदन के दौरान ईडब्लूएस व ओबीसी केटेगरी सर्टिफिकेट 1 अप्रेल के बाद का मांगा गया है. ऐसे में स्टूडेंट्स असमंजस में हैं कि उन्हें अभी सर्टिफिकेट बनाकर आवेदन करना चाहिए या डिक्लेरेशन देना चाहिए. क्योंकि 1 अप्रेल के बाद का सर्टिफिकेट बनवाकर आईआईटी में प्रवेश के लिए तो देना ही होगा. जबकि प्रत्येक वर्ष आईआईटी व एनआईटी में प्रवेश के लिए 1 अप्रेल के बाद का ही ईडब्लूएस व ओबीसी केटेगरी का सर्टिफिकेट देना होता था.
8 लाख से ज्यादा आवेदन की संभावना: आहूजा का कहना है कि जेईई मेन 2022 के अप्रेल अटेम्प्ट के लिए आवेदन की अंतिम तारीख 31 मार्च है. ऐसे में पहले अटेम्प्ट के लिए 8 लाख से अधिक स्टूडेंट्स के आवेदन करने की संभावना है. इसके साथ ही सभी स्टूडेंट्स को इस वर्ष जेईई-मेन के दूसरे अटेम्प्ट के लिए 8 अप्रेल से 3 मई के दौरान आवेदन करना होगा. ऐसे में वर्ष 2022 में दोनों अटेम्प्ट मिलाकर 10 लाख से अधिक यूनिक कैंडिडेट परीक्षा देंगे. बीते सालों में यूनिक कैंडिडेट की संख्या 10 लाख से ज्यादा ही रही है. इनमें से ढाई लाख विद्यार्थी जेईई एडवांस के लिए चयनित किए जाते हैं.