कोटा. शहर के एमबीएस अस्पताल में तीमारदारों की ओर से एक बड़ी लापरवाही करने का मामला सामने आया है. जिसमें वेंटिलेटर के प्लग को हटाकर कूलर चला दिया गया. जिससे मरीज की जान पर बन आई और तड़पते हुए उसकी मौत हो गई.
बता दें कि मरीज की मौत के बाद परिजनों ने देर रात एमबीएस अस्पताल में हंगामा भी खड़ा कर दिया. जिसके बाद रेजिडेंट डॉक्टरों ने काम छोड़ दिया और वो बाहर आ गए. इस संबंध में रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पताल के अधीक्षक को एक लिखित में शिकायत भी दी है.
तीमारदारों ने हटाया वेंटिलेटर का प्लग, मरीज की मौत
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार 40 वर्षीय विनोद नाम का मरीज मेडिसिन आईसीयू में एडमिट था. जयपुर में एक मरीज के पॉजिटिव आने के बाद मेडिसिन आईसीयू को खाली किया गया. इसके बाद विनोद को आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया. जहां हमारे चिकित्सकों ने उसे 2 बार देखा. गर्मी लगने पर तीमारदार देर शाम को एक छोटा कूलर लेकर आए थे, रात को उन्होंने कूलर वेंटिलेटर का प्लग हटाकर लगा दिया. वेंटिलेटर प्लग हटाने के बाद बैटरी से चलता रहा और करीब 30 से 40 मिनट तक वो चला, इसके बाद वेंटिलेटर बंद हो गया. जिसके बाद मरीज की स्थिति गंभीर होती रही. वो तड़पने लग गया.
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परिजनों ने स्टाफ को बताया तो स्टाफ ने तुरंत मेडिसिन और एनेस्थीसिया देकर रेजिडेंट डॉक्टर को बुलाया. जब डॉ. आए तो उन्होंने देखा कि वेंटिलेटर बंद था, क्योंकि उसकी जगह कूलर का प्लग लगाया हुआ था. रेजिडेंट चिकित्सकों ने मरीज का सीपीआर किया, लेकिन उसकी मौत हो गई थी.
जिसके बाद गुस्साए परिजनों ने वहां मौजूद मेडिसिन विभाग के रेजीडेंट से अभद्रता की और धमकी दी. मरीज के शव को को कोविड-19 टेस्ट के लिए अस्पताल में भेजा गया है. वहीं घटना से गुस्साएं रेजिडेंट डॉक्टरों ने काम छोड़ दिया, जो बाद में अधीक्षक के समझाने पर वापस लौटे.