कोटा. क्षेत्र के कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों से जमा पानी की निकासी के बाद अब बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के हालात भयावह हो गए है. कई मकान धराशायी हो गए हैं तो कई लोगों के घरों के सामान बाढ़ में बह गए है. इनमें कई लोग तो ऐसे हैं जो मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन यापन करने वाले है. इन परिवारों के सामने अब खाने-कमाने की चिंता भी सताने लगी है.
कोटा में बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से आई बाढ़ से कई मकान धराशायी हो गए. बाढ़ पीड़ित लोगों के सामान बह गए. इससे उन्हें लाखों रुपयों का नुकसान हो गया है. इन क्षेत्रों में ज्यादातर मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले लोग है. अब उनके घर का सारा सामान बहने के बाद अब इनको खाने-पीने की समस्या सताने लगी है. हालांकि कोटा बैराज से अब धीरे-धीरे पानी कम करने से कई बस्तियों से पानी उतर गया है.
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जैसे-जैसे पानी उतरता गया, लोग अपने घरों को संभालने पहुंचे तो स्थिति देख लोगों की रुलाई फुट पड़ी. बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि उनके घर में अब एक कटोरी भी नहीं बची है. सारा सामान पानी में बह गया. बापू बस्ती निवासी दिनेश ने बताया कि जो कपड़े हमने पहन रखे है, सिर्फ वही बचे हैं. बाकी सब बह गया और मकान भी गिर गया.
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बलिता निवासी देवीचंद ने कहा कि कूलर-फ्रिज तक पानी में बह गए और खाने-पीने का भी सामान नहीं बचा. मनभर देवी का कहना है कि सिर्फ एक बक्से का सामान बचा है, बाकी सब पानी में बह गया. संजू ने बताया कि क्षेत्र में पानी सब कुछ अपने साथ बह ले गया.
हालांकि अब क्षेत्र में पानी कम होने के बाद लोगों ने अपने घरों की सुध ली तो जो सामान बचा हुआ था, उसे निकलने में जुटे. वहीं जिन परिवारों के घरों का अधिकांश सामान पानी में बह गया, अब उन्हें घर को लेकर चिंता भी सताने लगी है. इन गरीब तबके के लोगों के पास अब कुछ नहीं बचा है.