कोटा. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला लगातार मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व और चंबल नदी को लेकर कहते रहे हैं कि जंगल और जल सफारी यहां पर शुरू की जाएगी. बुधवार को इसी संबंध में दिल्ली में उन्होंने केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री मनसुख मांडविया के साथ बैठक की.
इस दौरान केंद्रीय जहाजरानी मंत्रालय के अधिकारी भी मौजूद रहे. इस बैठक में हुए निर्णय के बाद जल्द ही चंबल नदी में क्रूज चलने का सपना पूरा हो सकता है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जहाजरानी राज्य मंत्री मनसुख मांडविया ने अधिकारियों को फेरी चलाने के निर्देश देते हुए डीपीआर तैयार करने को कहा है. ताकि प्रक्रिया में ज्यादा देरी नहीं लगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार के स्तर पर भी जो स्वीकृतियां प्राप्त की जानी है, उसकी प्रक्रिया भी तेजी से पूरी करें.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि चम्बल नदी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जानी जाती है. टाइगर रिजर्व स्थापित होने के बाद कोटा को जंगल सफारी के साथ-साथ वॉटर सफारी के लिए भी मुफीद बनाने के प्रयास कर रहे हैं. इसी संबंध में उन्होंने जनवरी में जहाजरानी मंत्रालय को चम्बल नदी में क्रूज चलाने के लिए कहा था. इस पर मंत्रालय ने फरवरी में प्रारंभिक सर्वे किया था, लेकिन इसके बाद लॉकडाउन के चलते काम गति नहीं पकड़ सका.
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कोटा बैराज से जवाहर सागर तक क्रूज
केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री मनसुख मांडविया में कहा कि चंबल नदी में साल भर पानी रहता है. ऐसे में स्पीकर ओम बिरला ने क्रूज़ चलाने को लेकर बात की थी. उसी को लेकर आज बैठक आयोजित की है और चंबल नदी में क्रूज़ किस तरह से चल सकता है, इसके लिए सर्वे करवाएंगे. इसके लिए पर्यटन मंत्रालय के अधिकारियों से भी चर्चा की जाएगी. प्रारंभिक सर्वे में कोटा बैराज से जवाहर सागर तक क्रूज के लिए उपयुक्त माना गया है. कुल 30 किमी लम्बे क्रूज में कोटा बैराज, गढ़ पैलेस, हैंगिग ब्रिज, कोटिया भील का महल, गेपरनाथ, गरडिया महादेव और दर्शनीय स्थलों को शामिल किया जाएगा.