कोटा. राज्य निर्वाचन आयोग ने नगर निगम चुनावों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भी मतदान करने की छूट दी थी. उनके लिए लाने ले जाने और उन्हें पीपीई पहनाने की जिम्मेदारी चिकित्सा विभाग को सौंपी गई थी. गुरुवार को कोटा शहर के सेंट्रल एकेडमी बूथ में वार्ड नंबर 8 के लिए वोटिंग हो रही थी. आकाशवाणी कॉलोनी निवासी एक पॉजिटिव मरीज था. जिसका मतदान चिकित्सा विभाग की टीम ने करवाया है.
जिला निर्वाचन विभाग ने पहले से ही तय किया था कि कोरोना मरीजों को शाम 4:00 बजे बाद ही पूरे प्रोटोकॉल के तहत वोटिंग करवाने के लिए ले जाया जाएगा. ऐसे में आकाशवाणी कॉलोनी के अमृत कलश निवासी 43 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव मरीज ने मतदान की इच्छा जताई. चिकित्सा विभाग की टीम उनके घर पर पहुंची और उन्हें पीपीई किट के साथ बचाव के पूरे संसाधन पहनाए गए. इसके बाद एक वाहन में उन्हें बैठाकर मतदान केंद्र तक लाया गया. वाहन में केवल ड्राइवर मौजूद था.
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मतदान केंद्र पर भी पूरे प्रोटोकॉल की पालना करते हुए आसपास के एरिया को खाली करवाया गया और फिर कोरोना पॉजिटिव मतदाता को अंदर भेजा गया. जहां पर उसके साथ आए स्वास्थ्यकर्मी ने पीठासीन अधिकारी को कोविड-19 पॉजिटिव मतदाता सूची में नाम, भाग संख्या व क्रमांक से अवगत करवाया. उसकी पहचान के लिए पीपीई किट और मास्क नहीं हटवाया. मतदान अधिकारी इसका नोट डालकर मतदान के लिए अनुमति दी. कोरोना पॉजिटिव मतदाताओं की उंगली पर स्याही भी नहीं लगाई और साइन करने से छूट दी गई.
कोरोना पॉजिटिव मतदाता ने अकेले ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया और वापस लौट गया. मतदान दल के सभी सदस्यों ने ऐसे व्यक्ति के आने के पहले ही मतदान के समय दस्तानें पहनकर और सुरक्षा के अन्य सभी उपायों का अनुपालन किया. आपको बता दें कि कोटा में उत्तर विधानसभा के छह कोरोना पॉजिटिव लोगों ने अपने मताधिकार की इच्छा व्यक्त की थी.