कोटा. जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ठेकेदार और संविदा सफाई कर्मचारियों के बीच चौथे दिन भी बात नहीं बनने से हड़ताल खत्म नहीं हुई. ऐसे में पूरे अस्पताल में गंदगी के ढेर लग गए, जिससे पूरे अस्पताल में बदबू का आलम हो गया है. ऐसे में अस्पताल में आने वाले मरीजों और तीमारदारों को संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है.
बता दें कि दो-तीन दिनों से मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सफाईकर्मी ठेकेदार से वेतन विसंगति को लेकर हड़ताल पर हैं. अस्पताल प्रशासन की ओर से दोनों की मध्यस्थता कराने की कोशिश की गई, लेकिन वह विफल हो गई.
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सफाईकर्मी अपने वेतन के साथ-साथ पीएफ जमा करने की मांग कर रहे हैं. सफाईकर्मियों की मांग पर ठेकेदार का कहना है कि वह उनकी मांगे मानने को तैयार हैं, लेकिन सफाई कर्मी अपनी मांगें नहीं मानने के कारण तैयार नहीं हो रहे हैं.
अस्पताल में चर्म रोग विभाग में दिखाने आए मरीज भी वहां गंदा पानी जमा होने से काफी परेशान नजर आए. मरीजों का कहना है कि चर्म रोग को दिखाने आए हैं, ऐसे में यहां फैले गंदे पानी में से निकलकर दूसरी बीमारी साथ नहीं ले जाए.
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चर्म रोग विभाग के प्रोफेसर ने बताया, कि इस संबंध में अधीक्षक को भी लिखित में दे चुके हैं. वहीं, अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुशील का कहना है कि उन्होंने दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की है. यदि आज किसी स्थिति में दोनों पक्ष नहीं पहुंचते हैं तो वह आदेश कर नई संस्था को काम पर बुलाने को विवश होंगे.
अस्पताल अधीक्षक का कहना है कि किसी भी हाल में अस्पताल की सफाई व्यवस्था से समझौता नहीं किया जा सकता है. ठेकेदार अपने कर्मचारियों को यदि संभाल नहीं सकता तो वह आगे अस्पताल में सफाई व्यवस्था नहीं कर पाएगा.