कोटा. जिले के जेके लोन अस्पताल में शनिवार को बाल कल्याण समिति ने निरीक्षण कर हालात का जायजा लिया. जहां अस्पताल के हालात देखने के बाद अधिकारियों पर बाल कल्याण समिति के पदाधिकारी भड़क गए. बाल कल्याण समिति के पदाधिकारी NICU, PICU वार्ड की हालत देख हौरान हो गए.
जहां एक वार्मर पर दो से तीन बच्चे थे. जिससे उन्हें संक्रमण होने का खतरा है. बता दें कि कोटा के जेके लोन अस्पताल में पिछले दिनों बच्चों की मौत होने के बाद शनिवार को बाल कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने जेके लोन अस्पताल में दौरा किया. जिसमें कई कमियां पाने पर अधिकारियों और कर्मचारियों पर बाल कल्याण समिति ने नाराजगी जाहिर की.
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आयोग की अध्यक्ष कनीज फातिमा ने बताया कि यहां पर काफी व्यवस्थाएं हैं. एक वार्मर पर दो से तीन बच्चे एडमिट कर रखे हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बना रहता है. बाल कल्याण समिति के सदस्य विमल जैन ने बताया कि इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जाएगी. उन्होंने बताया कि यहां की व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाएगा. उन्होंने बताया कि संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल होने के बावजूद यहां व्यवस्थाएं पूरी नहीं है.
वहीं, जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक सुरेश चंद्र दुलारा ने बताया कि 24 बेड पर 48 बच्चे भर्ती होने से व्यवस्था बिगड़ी हुई है. इसके लिए सरकार से बात कर इनका विस्तार किया जाएगा. बता दें कि अस्पताल में जिस समय बाल कल्याण समिति के पदाधिकारी निरीक्षण कर रहे थे उस समय कई बार बिजली आती-जाती रही.