कोटा. जे.के लोन अस्पताल में रविवार शाम को राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो 48 घंटे में दस बच्चों की मौत के मामले में निरीक्षण करने पहुंचे. वहीं अस्पताल परिसर में ठेले को खड़ा देख अधीक्षक पर भड़के ओर उनको लताड़ लगाई. बाल सरंक्षण आयोग के अध्यक्ष और अस्पताल अधीक्षक के बीच तीखी नोंकझोक हुई तो अधीक्षक ने अभी अपना पद छोड़ने को कहा.
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि जब बुलावे पर भी सीएमएचओ नहीं आये हैं जिससे कितना गेर जिम्मेदारा पप्रशासन यहां देखने को मिला है. उनका कहना है कि बच्चो का जीवन अनमोल है इस तरह की लापरवाही आयोग कतई बर्दाश्त नहीं करेगा. उस पर सख्त कार्रवाई के लिए भारत सरकार और राज्य सरकार को अनुशंसा करेगा. उन्होंने कहा कि बच्चो को लेकर राजनीति करना ठीक नहीं.
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जे.के लोन अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि आयोग के अध्यक्ष के निरीक्षण के दौरान ठेला रखा होने पर मुझे जानकारी नहीं थी वही वार्ड में खिड़कियां टूटी हुई है जो कि पहले वाले प्रशासन को भी पता था उन्होंने इसे सही नही कराया. उन्होंने कहा कि शनिवार को ही अस्पताल में जॉइन किया है. इसकी पूरी जानकारी नहीं है. अगर उनको लगता है कि मैं कहीं गलत हूं तो अभी मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा.