कोटा. केंद्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल शुक्रवार को कोटा दौरे पर आए. यहां पर मीडिया से बातचीत करते हुए नए कृषि कानूनों पर हो रही राजनीति पर कहा कि कांग्रेस को समझ ही नहीं है, जुलाई 1990 से ही एग्रीकल्चर रिफॉर्म के बाद पूरे देश में चल रही है. कांग्रेस पार्टी ने भी अपने घोषणा पत्र में इस बात को रखा था. इन एग्रीकल्चर रिफॉर्म को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लागू करवाया है. इसमें भी कोई बुराई मुझे नजर नहीं आती है, क्योंकि किसानों को एक ऑप्शन दिया गया है. मंडियों को समाप्त नहीं किया गया है.
वहीं, एसेंशियल कमोडिटीज एक्ट में भी स्टोरेज की क्षमता समाप्त की है, जबकि युद्ध और इमरजेंसी में तो यह सब जारी रहेगा. किसान का खेत करार होगा, केवल फसल का ही सौदा होगा. आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल के एनडीए छोड़ देने के सवाल पर केंद्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सारा विरोध राजनीतिक कारणों से है. एग्रीकल्चर रिफॉर्म की बात सब लोग कर रहे हैं. भानु प्रताप कमेटी से लेकर स्वामीनाथन आयोग ने भी इन्हें लागू करने के लिए कहा था, साथ ही चीफ मिनिस्टर्स के ग्रुप ने भी यही बात कही थी.
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करौली में पुजारी की हत्या पर बोले- कानून-व्यवस्था प्रदेश में चौपट...
प्रदेश में रेप की घटनाएं और करौली में पुजारी को जला देने के मामले पर मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कानून-व्यवस्था को लेकर कहा कि कांग्रेस का दो मुंही रवैया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बारां की घटना पर कहते हैं कि लड़कियां स्वयं लड़कों के पास चल कर गई थी. कितना हैरान कर देने वाला बयान है. देख लेना चाहिए कि प्रदेश की व्यवस्था किस तरह की है. थानागाजी में केस हुआ कोर्ट ने अभी सजा दी है, बाड़मेर, अलवर और नोखा कितनी घटनाएं प्रदेश में हो रही हैं. पुजारी की हत्या पर भी उन्होंने बयान दिया कि प्रदेश में कानून का इस्तकबाल खत्म हो गया है. इसको लेकर राज्यपाल महोदय को ज्ञापन भी बीजेपी के नेताओं ने दिया है.