कोटा. जिले में शुक्रवार को लॉरेंस गैंग का एक गुर्गा ग्रामीण पुलिस के हत्थे चढ़ा है, जो भाजपा नेताओं को जान से मारने की धमकी दे रहा था. साथ ही अवैध रूप से पैसों की उगाई भी उनसे करना चाहता था. रामगंजमंडी के एक पार्षद लोकेश पावेचा को जान से मारने की धमकी दी गई और उसे पद से इस्तीफा देने के लिए भी दबाव बनाया गया. साथ ही उससे 2 लाख रुपए भी मांगी गई थी.
पार्षद ने मामले को लेकर ग्रामीण पुलिस थाना क्षेत्र में मामला दर्ज करवाया था. रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने भी पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की थी. कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने बताया कि एडिशनल एसपी पारस जैन के निर्देशन में साइबर सेल की टीम को एक्टिव किया गया. इसके बाद पुलिस की ओर से मध्य प्रदेश और अन्य कई जगहों पर दबिश दिया गया, लेकिन वह लगातार भाग रहा था. शुक्रवार को पुलिस ने उसे कोटा शहर के रंगबाड़ी इलाके से गिरफ्तार कर लिया, जहां पर वह खुद रहता है.
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कोटा ग्रामीण एसपी शरद चौधरी ने बताया कि आरोपी ने अपने व्हाट्सएप पर दाऊद इब्राहिम का फोटो लगाया हुआ है. वह उसे आदर्श मानता है. इसके अलावा वह फेसबुक पर भी दाऊद इब्राहिम को लेकर कई पोस्ट कर चुका है और उसके जैसा ही बनना चाहता था. इसके अलावा विशाल उमरावल हाड़ौती में अपराध की दुनिया में बड़ा नाम कमाना चाहता था. इसके लिए बड़ी वारदातें करने की फिराक में था.
बंदूक के साथ फोटो और लिखा- कुछ भी कांड करवाना है तो संपर्क करें
विशाल उमरावल ने फेसबुक पेज पर भी बंदूकों के साथ फोटो डाल रखी है. इसके साथ ही फेसबुक पेज पर धमकी देने के अलावा कई अन्य पोस्ट भी की हुई है, जिनके जरिए उसने खौफ आम लोगों में फैलाया हुआ है. उसने अपने फेसबुक पर लिखा है कि 'कोई डिफॉल्टर काम या कोई कांड करना हो तो मुझसे करें संपर्क'. इसके साथ ही उसने लॉरेंस गैंग के सदस्यों के साथ भी फोटो पोस्ट की हुई है.
कारतूस बनाने में भी पकड़ा गया है आरोपी
आरोपी विशाल उमरावल रामगंजमंडी एरिया का रहने वाला है और कोटा के रंगबाड़ी में किराए से रहता है. उसके खिलाफ पहले से 2 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें एक में फायरिंग करके हत्या का प्रयास और दूसरा कारतूस बनाने का मुकदमा है जो कि आर्म्स एक्ट में दर्ज है. आरोपी से पूछताछ की जा रही है.
1 साल पहले मंगाया था लॉरेंस गैंग से हथियार
आरोपी विशाल लॉरेंस गैंग के संपर्क में इंस्टाग्राम के जरिए आया और उनको पैसे का भुगतान कर बंदूक मंगवाई और उसने पैसे के जरिए आगे बेच दिया. इसके अलावा वह झाबुआ, उज्जैन, इंदौर और कई जगह जाता था और वहां से भी हथियार लेकर आता था.
कोटा शहर से चला रहा था नेटवर्क
कोटा के रंगबाड़ी इलाके में यह बदमाश 1 साल से रह रहा था, लेकिन इसके बावजूद भी कोटा शहर पुलिस को इसकी भनक नहीं लगी. वह यहीं से ही नेटवर्क संचालित कर रहा था. पुलिस को आरोपी के पास से हथियार और हथियार चलाते हुए वीडियो भी मिले हैं.