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जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का मामला : सरकार ने अधीक्षक डॉ. मीणा को हटाया, अब डॉ. दुलारा को सौंपा जिम्मा

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Published : Dec 28, 2019, 1:16 AM IST

Updated : Dec 28, 2019, 6:01 AM IST

राज्य सरकार ने कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले को गंभीरता से लेते हुए जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एचएल मीणा को दोषी मानते हुए उन्हें पद से हटा दिया है. उनके स्थान पर एनेस्थीसिया विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ. एससी दुलारा को अधीक्षक का कार्यभार सौंपा है. डॉ. दुलारा अब जल्द ही जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक का पदभार ग्रहण करेंगे.

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डॉ. एससी दुलारा बने जेके लोन अस्पताल के नए अधीक्षक

कोटा. जेके लोन अस्पताल कोटा में 48 घंटों में 10 बच्चों की मौत का मामला तूल पकड़ता ही जा रहा है. राज्य सरकार की ओर से गठित 3 सदस्य चिकित्सक कमेटी जयपुर से कोटा आकर जांच कर रही है. वहीं चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने भी आज कोटा पहुंचकर पहले तो अधिकारियों की सर्किट हाउस में मीटिंग ली. इसके बाद उन्होंने जेके लोन अस्पताल में भी अधिकारियों की मीटिंग ली.

डॉ. एससी दुलारा बने जेके लोन अस्पताल के नए अधीक्षक

साथ ही पूरे शिशु रोग विभाग का जायजा लिया. इसके साथ ही राज्य सरकार ने बच्चों की मौत के मामले में लापरवाही का दोषी मानते हुए जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एचएल मीणा को पद से हटा दिया है. उनके स्थान पर एनेस्थीसिया विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ. एससी दुलारा को अधीक्षक का कार्यभार सौंपने के आदेश जारी किए है. डॉ. दुलारा जल्द ही जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक का पदभार ग्रहण करेंगे. साथ ही अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने की बात भी उन्होंने कही है.

यह भी पढ़ें : मेडिकल एजुकेशन सचिव गालरिया पहुंचे जेके लोन अस्पताल, कहा- रिपोर्ट आने के बाद होगी सख्त कार्रवाई

गौरतलब है कि बच्चों की मौत के मामले में राज्य सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है. इस मामले में प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया है. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ सहित कई नेताओं ने ट्वीट कर इस मुद्दे पर राज्य सरकार को जमकर घेरा है.

यह भी पढ़ें : स्पेशल स्टोरी: जेके लोन में नवजातों की मौत से मचा हड़कंप, अस्पताल प्रशासन फिर भी दिखा रहा कम होते आंकड़े

वहीं इस मामले में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी ट्वीट कर व्यवस्थाएं सुधारने की बात कही है. इसके बाद ही सीएम अशोक गहलोत के निर्देश पर चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 3 सदस्य कमेटी गठित कर मामले की जांच के लिए कोटा भेजा है. वहीं चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया भी कोटा पहुंचे.

साथ ही कोटा पहुंचे चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने भी व्यवस्थाओं को सुधारने को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि एनआईसीयू में ऑक्सीजन लाइन, इंफेक्शन मॉनिटरिंग व उसकी क्वालिटी रिपोर्ट को इंप्रूव करने, मरीजों के बेड व वार्मर को फ्यूमिगेशन सहित कई व्यवस्थाओं में बदलाव करने के निर्देश दिए हैं.

कोटा. जेके लोन अस्पताल कोटा में 48 घंटों में 10 बच्चों की मौत का मामला तूल पकड़ता ही जा रहा है. राज्य सरकार की ओर से गठित 3 सदस्य चिकित्सक कमेटी जयपुर से कोटा आकर जांच कर रही है. वहीं चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने भी आज कोटा पहुंचकर पहले तो अधिकारियों की सर्किट हाउस में मीटिंग ली. इसके बाद उन्होंने जेके लोन अस्पताल में भी अधिकारियों की मीटिंग ली.

डॉ. एससी दुलारा बने जेके लोन अस्पताल के नए अधीक्षक

साथ ही पूरे शिशु रोग विभाग का जायजा लिया. इसके साथ ही राज्य सरकार ने बच्चों की मौत के मामले में लापरवाही का दोषी मानते हुए जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एचएल मीणा को पद से हटा दिया है. उनके स्थान पर एनेस्थीसिया विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ. एससी दुलारा को अधीक्षक का कार्यभार सौंपने के आदेश जारी किए है. डॉ. दुलारा जल्द ही जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक का पदभार ग्रहण करेंगे. साथ ही अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने की बात भी उन्होंने कही है.

यह भी पढ़ें : मेडिकल एजुकेशन सचिव गालरिया पहुंचे जेके लोन अस्पताल, कहा- रिपोर्ट आने के बाद होगी सख्त कार्रवाई

गौरतलब है कि बच्चों की मौत के मामले में राज्य सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है. इस मामले में प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया है. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ सहित कई नेताओं ने ट्वीट कर इस मुद्दे पर राज्य सरकार को जमकर घेरा है.

यह भी पढ़ें : स्पेशल स्टोरी: जेके लोन में नवजातों की मौत से मचा हड़कंप, अस्पताल प्रशासन फिर भी दिखा रहा कम होते आंकड़े

वहीं इस मामले में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी ट्वीट कर व्यवस्थाएं सुधारने की बात कही है. इसके बाद ही सीएम अशोक गहलोत के निर्देश पर चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 3 सदस्य कमेटी गठित कर मामले की जांच के लिए कोटा भेजा है. वहीं चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया भी कोटा पहुंचे.

साथ ही कोटा पहुंचे चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने भी व्यवस्थाओं को सुधारने को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि एनआईसीयू में ऑक्सीजन लाइन, इंफेक्शन मॉनिटरिंग व उसकी क्वालिटी रिपोर्ट को इंप्रूव करने, मरीजों के बेड व वार्मर को फ्यूमिगेशन सहित कई व्यवस्थाओं में बदलाव करने के निर्देश दिए हैं.

Intro:राज्य सरकार ने बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार मानते हुए जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एचएल मीणा को हटा दिया है. उनके स्थान पर एनेस्थीसिया विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ. एससी दुलारा को अधीक्षक का कार्यभार सौंपा है. डॉ. दुलारा जल्द ही जेकेलोन अस्पताल के अधीक्षक का पदभार ग्रहण करेंगे.


Body:कोटा.
कोटा के जेके लोन अस्पताल में 48 घंटों में 10 बच्चों की मौत का मामला तूल पकड़ता ही जा रहा है. राज्य सरकार की गठित 3 सदस्य चिकित्सक हुई कमेटी जयपुर से कोटा आकर जांच कर रही है. वहीं चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने भी आज कोटा पहुंचकर पहले तो अधिकारियों की सर्किट हाउस में मीटिंग ली. इसके बाद उन्होंने जेकेलोन अस्पताल में भी अधिकारियों की मीटिंग ली. साथ ही पूरे शिशु रोग विभाग का जायजा लिया है. इसके साथ ही राज्य सरकार ने बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार मानते हुए जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एचएल मीणा को हटा दिया है. उनके स्थान पर एनेस्थीसिया विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ. एससी दुलारा को अधीक्षक का कार्यभार सौंपा है. डॉ. दुलारा जल्द ही जेकेलोन अस्पताल के अधीक्षक का पदभार ग्रहण करेंगे. साथ ही व्यवस्थाओं को सुधारने की बात भी उन्होंने कही है.
बच्चों की मौत के मामले में राज्य सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है. इस मामले में प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने सरकार को आड़े हाथों लिया है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ सहित कई नेताओं ने ट्वीट कर कर राज्य सरकार की खिलाफत की है.










Conclusion:इस मामले में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी ट्वीट कर व्यवस्थाएं सुधारने की बात कही है. इसके बाद ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 3 सदस्य कमेटी गठित कर कर कोटा जांच के लिए भेजी है. वही चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया भी कोटा पहुंचे हैं.
साथ ही कोटा पहुंचे चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने भी व्यवस्थाओं को सुधारने को लेकर कई दिशा निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि एनआईसीयू में ऑक्सीजन लाइन, इंफेक्शन मॉनिटरिंग व उसकी क्वालिटी रिपोर्ट को इंप्रूव करने, मरीजों के बेड व वार्मर को फ्यूमिगेशन सहित कई व्यवस्थाओं में बदलाव करने के निर्देश दिए हैं.
Last Updated : Dec 28, 2019, 6:01 AM IST
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