कोटा. जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के मामले में राजनीति गरमाई हुई है. इस मामले को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने एक टीम को कोटा भेजा है. इसका नेतृत्व राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष और पूर्व चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ कर रहे हैं. उनके साथ भाजपा के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर, दौसा सांसद जसकौर मीणा और कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा शामिल हैं.
भाजपा की यह टीम शनिवार को अस्पताल पहुंची और निरीक्षण किया. इस दौरान टीम ने कई कमियां अस्पताल प्रशासन की बताई है. सीपेज और बायो मेडिकल वेस्ट के साथ-साथ पूरे अस्पताल परिसर में गंदगी को लेकर उन्होंने खासी नाराजगी जताई. राजेंद्र राठौड़ ने अस्पताल में साफ-सफाई के साथ बेडशीट गंदी होने पर भी नाराजगी जताई. इस दौरान टीम ने मरीजों के परिजनों से भी बातचीत की.
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि नवजात बच्चे जिनकी उम्र काफी कम रहती है, उनकी इम्युनिटी पावर भी कमजोर होती है. ऐसे में उनके हल्का-फुल्का संक्रमण भी मौत का कारण बन सकता है. उन्होंने कहा कि जब पिछले साल बच्चों की मौत हो रही थी तो इनको रोकने के लिए सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.
'चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा दें इस्तीफा'
प्रतिनिधिमंडल ने अस्पताल के वार्ड, ऑपरेशन थिएटर, आईसीयू और बाथरूम का भी निरीक्षण किया. अस्पताल में भर्ती नवजात शिशु के परिजनों से भी बात की तो परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर काफी आरोप लगाया. भाजपा ने इस पूरे मामले में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को दोषी बताया है. उन्होंने कहा कि वे जब आए थे तो यहां पर ग्रीन कारपेट बिछा कर स्वागत किया गया था, लेकिन अभी भी वैसे ही हालात हैं. उन्होंने कोई सुधार का काम जेके लोन अस्पताल के लिए नहीं किया है. भाजपा ने चिकित्सा मंत्री से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की.
जेके लोन अस्पताल में दिसंबर महीने में 33 बच्चों की मौत
बता दें कि बीते 2 दिनों में 14 बच्चों की मौत जेकेलोन अस्पताल में हुई है. दिसंबर महीने की बात की जाए तो अब तक 33 बच्चों की मौत हो चुकी है. साथ ही 922 बच्चों की मौत पूरे साल में हुई है. बीते साल नवंबर और दिसंबर के 35 दिनों में 107 बच्चों की मौत हुई थी. वहीं पूरे साल में 963 बच्चे काल का ग्रास बने थे.