कोटा. शहर में हाल ही में तलवंडी निवासी एक महिला की महावीर नगर इलाके में खराब सड़क के चलते वाहन से गिरने के कारण मौत हो गई थी. इस मामले में भाजपा पार्षदों ने बुधवार को अनूठा प्रदर्शन किया. भाजपा कार्यकर्ताओं ने मैग्नीफाइंग ग्लास (magnifying glass) लेकर सड़कों की तलाश में निकल गए.
पार्षद विवेक राजवंशी और गोपाल राम मंडल के नेतृत्व में सभी लोग जवाहर नगर मुख्य सड़क पर पहुंचे. जहां पर वे मैग्नीफाइंग ग्लास से सड़कों को तलाश रहे थे. इस दौरान पार्टी नेताओं ने सड़क को भाजपा के शासन में बना हुआ बताया. साथ ही कहा कि जो भी सड़कें पहले बनी थी, सब बदहाल हो चुकी हैं. इन सड़कों को दुरुस्त करने के लिए प्रशासन किसी भी तरह का कदम नहीं उठा रहा है.
पार्षद गोपालराम मंडल ने कहा कि सरकार को नजर नहीं आ रही है कि कोटा की सड़कों की क्या स्थिति है. इसको लेकर हम सरकार, नगर निगम व यूआईटी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम मैग्नीफाइंग ग्लास लेकर सड़कें देखने आए हैं. उन्होंने सड़कों को दुरुस्त कराने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि कोटा शहर की हर गली, मोहल्ला और मुख्य सड़क बदहाल है. इसके चलते ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति का सामना कई बार करना पड़ता है. निगम और यूआईटी के अधिकारी कमरों में बैठे रहते हैं. उन्हें छोटे प्रोजेक्ट नजर नहीं आते हैं. केवल बड़े प्रोजेक्ट पर ही काम करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन जन समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा है.
पार्षद विवेक राजवंशी ने कहा कि प्रदेश के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल कोटा से ही हैं. वे प्रदेश के कद्दावर नेता हैं. लेकिन जब भी शहर का दौरा करते हैं, उन्हें खराब सड़कें नजर ही नहीं आती. उन्होंने कहा कि लगता है कि यूडीएच मंत्री सड़कों पर चलते ही नहीं हैं. अगर चलते भी हैं तो गाड़ियों के कांच ऊपर चढ़ा लेते हैं. जिससे उन्हें सड़कें नजर नहीं आती हैं.
नगर निगम बोर्ड में भी लगाया भेदभाव का आरोप
पार्षद विवेक राजवंशी ने कहा कि नगर निगम कोटा उत्तर और दक्षिण में भी भेदभाव किया जा रहा है. जहां पर उत्तर नगर निगम में 80 करोड़ रुपए से ज्यादा के निर्माण कार्य चल रहे है. वहीं दक्षिण में पांच रुपए का भी काम नहीं है.
यूडीएच मंत्री धारीवाल ने खुद पार्षदों की मीटिंग की थी, जिसमें कहा था कि एक करोड़ रुपए के काम आपके वार्डों में होंगे, लेकिन अभी भी काम नहीं हुए हैं. अधिकारियों की मनमानी चल रही है और सभी मंत्री धारीवाल की चापलूसी में लगे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के सभी पार्षदों के वार्डों में काम नहीं हुए. लेकिन कांग्रेस के पार्षद इसलिए विरोध नहीं करते. क्योंकि वे बोलने की स्थिति में नहीं हैं.