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कोटा विश्वविद्यालय का सांतवा दीक्षांत समारोह, राज्यपाल कलराज मिश्र ने वर्चुअली दी विद्यार्थियों को उपाधि - कोटा विश्वविद्यालय का वर्चुअल दीक्षांत समारोह

कोटा विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में वर्चुअल तरीके से विश्वविद्यालय में 2018 में पास हुए 61978 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई. इसके साथ ही 53 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक दिया गया. साथ ही कुलपति और कुलाधिपति पदक मिला कर कुल 56 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिया गया.

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राज्यपाल कलराज मिश्र ने विद्यार्थियों को वर्चुअली दी उपाधी
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Published : Jan 23, 2021, 10:38 PM IST

Updated : Jan 23, 2021, 10:50 PM IST

कोटा. कोटा विश्वविद्यालय का सातवां दीक्षांत समारोह शनिवार को कृषि विश्वविद्यालय परिसर में वर्चुअल तरीके से आयोजित हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता जयपुर राजभवन से राज्यपाल और कुलाधिपति कलराज मिश्र ने की. इसके साथ ही मुख्य अतिथि असम के तेजपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वीके जैन थे.

पढ़ेंः स्कूल निरीक्षण के दौरान उदयपुर कलेक्टर का "May I Come In Sir/Madam" कहना लोगों को आया पसंद

समारोह में वर्चुअल तरीके से विश्वविद्यालय में 2018 में पास हुए 61978 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान करेगा. इसके साथ ही 53 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक दिया गया. साथ ही कुलपति और कुलाधिपति पदक मिलाकर कुल 56 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिया गया. वहीं, 59 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि सौंपी गई. समारोह में कुलाधिपति कुलाधिपति पदक स्टूडेंट चंचल जोशी और दिव्या सेतिया को दिया गया.

इसके अलावा कुलपति पदक यूजी की स्टूडेंट कामिनी गुप्ता को सौंपा. समारोह में जिन विद्यार्थियों को कुलाधिपति कुलपति और स्वर्ण पदक दिया गया है उनके बारे में जानकारी भी स्क्रीन पर प्रदर्शित की गई.

पढ़ेंः Rajasthan Bird Flu Update: 15 मोरों सहित 160 पक्षियों की हुई मौत, कुल आंकड़ा पहुंचा 6450

कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस के व्यक्तित्व ने मुझे हमेशा प्रभावित किया है. प्यार से लोग उन्हें ‘नेताजी’ कहते थे, नेता यानी जिसके कहे और करने में कोई भेद नहीं हो. सुभाष चन्द्र बोस ऐसे ही थे. उनकी कथनी और करनी में कोई भेद नहीं था. वह जो कहते थे, उसे करके ही रहते थे.

दीक्षांत समारोह में बालिकाओं को उपाधियां और पदक प्राप्त करते हुए देखा तो मैंने यह अनुभव किया है कि लड़कों से लड़कियां हर क्षेत्र में आगे रहती हैं. उन्हें यदि अवसर मिले तो वे बेहतर से बेहतर करके दिखाती हैं. विश्वविधालय की कुलपति प्रो नीलिमा सिंह भी मंचासीन थी. वहीं, कुलसचिव डाॅ. आरके उपाध्याय ने धन्यवाद ज्ञापित दिया.

कोटा. कोटा विश्वविद्यालय का सातवां दीक्षांत समारोह शनिवार को कृषि विश्वविद्यालय परिसर में वर्चुअल तरीके से आयोजित हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता जयपुर राजभवन से राज्यपाल और कुलाधिपति कलराज मिश्र ने की. इसके साथ ही मुख्य अतिथि असम के तेजपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वीके जैन थे.

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समारोह में वर्चुअल तरीके से विश्वविद्यालय में 2018 में पास हुए 61978 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान करेगा. इसके साथ ही 53 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक दिया गया. साथ ही कुलपति और कुलाधिपति पदक मिलाकर कुल 56 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिया गया. वहीं, 59 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि सौंपी गई. समारोह में कुलाधिपति कुलाधिपति पदक स्टूडेंट चंचल जोशी और दिव्या सेतिया को दिया गया.

इसके अलावा कुलपति पदक यूजी की स्टूडेंट कामिनी गुप्ता को सौंपा. समारोह में जिन विद्यार्थियों को कुलाधिपति कुलपति और स्वर्ण पदक दिया गया है उनके बारे में जानकारी भी स्क्रीन पर प्रदर्शित की गई.

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कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस के व्यक्तित्व ने मुझे हमेशा प्रभावित किया है. प्यार से लोग उन्हें ‘नेताजी’ कहते थे, नेता यानी जिसके कहे और करने में कोई भेद नहीं हो. सुभाष चन्द्र बोस ऐसे ही थे. उनकी कथनी और करनी में कोई भेद नहीं था. वह जो कहते थे, उसे करके ही रहते थे.

दीक्षांत समारोह में बालिकाओं को उपाधियां और पदक प्राप्त करते हुए देखा तो मैंने यह अनुभव किया है कि लड़कों से लड़कियां हर क्षेत्र में आगे रहती हैं. उन्हें यदि अवसर मिले तो वे बेहतर से बेहतर करके दिखाती हैं. विश्वविधालय की कुलपति प्रो नीलिमा सिंह भी मंचासीन थी. वहीं, कुलसचिव डाॅ. आरके उपाध्याय ने धन्यवाद ज्ञापित दिया.

Last Updated : Jan 23, 2021, 10:50 PM IST
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