कोटा. मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी के परिणामों में पारदर्शिता लाने के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. हाल ही में 13-सितंबर को संपन्न हुई नीट-यूजी-2020 परीक्षा की एडवांस उत्तर तालिकाएं जारी की गई हैं. इस संबंध में एक नोटिफिकेशन शनिवार को जारी किया गया.
एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि जारी किए गए नोटिफिकेशन के अनुसार मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी के इतिहास में पहली बार एडवांस उत्तर तालिकाएं जारी की गई है. नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि एडवांस उत्तर तालिकाएं जारी करने के पीछे मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को आगामी भविष्य में मानक उत्तर तालिकाएं जारी होने से पूर्व संभावित आपत्तियों पर विचार करने के लिए अति आवश्यक महत्वपूर्ण समय प्रदान करना है. इस समय में विद्यार्थी विवादित प्रश्नों और उनके उत्तरों पर बेहतर विचार कर पाएंगे.
वहीं, विद्यार्थियों को अपने उत्तर के पक्ष में आवश्यक सपोर्टिंग डाक्यूमेंट्स जुटाने और एक्सपर्ट्स की सहायता लेने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को भी सभी त्रुटियां स्वीकार करने और परीक्षा परिणाम जारी करने में मदद मिलेगी. विद्यार्थियों को परिणाम संबंधी खामियों को लेकर न्यायालय की शरण में नहीं जाना पड़ेगा.
नीट यूजी के पेपर में थी गलतियां
देव शर्मा ने बताया कि जारी की गई एडवांस उत्तर तालिकाओं के आधार पर नीट-यूजी-2020 का प्रश्न पत्र त्रुटिहीन है. प्रश्न पत्र के फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी भाग के किसी भी प्रश्न के एक से अधिक विकल्प ठीक नहीं है. वहीं, कोई प्रश्न बोनस भी घोषित नहीं किया गया है.
वहीं, देव शर्मा ने बताया कि जारी किए गए नोटिस में ये स्पष्ट कर दिया गया है कि जारी की गई एडवांस उत्तर तालिकाओं के आधार पर आपत्तियां दर्ज नहीं की जा सकती. मानक उत्तर तालिका जारी होने के पश्चात आपत्तियां दर्ज करने के लिए अलग से विशेष नोटिस जारी किया जाएगा.
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आवेदन में सुधार के लिए भी समय दिया
देव शर्मा ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने विद्यार्थियों को ऑनलाइन आवेदन में त्रुटि सुधार के लिए परीक्षा समाप्ति के पश्चात भी एक अंतिम मौका दिया गया है. परीक्षा समाप्ति के पश्चात ऑनलाइन आवेदन में त्रुटि सुधार के लिए अवसर देने का ये नीट-यूजी के इतिहास में ये पहला उदाहरण है. एजेंसी ने विद्यार्थियों को माता-पिता के नाम, स्टेट कोड और एलिजिबिलिटी और कैटेगरी को लेकर त्रुटि सुधार का समय दिया है. ताकि परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद कोई विवाद नहीं हो विद्यार्थी 30 सितंबर शाम तक त्रुटि सुधार की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं.