कोटा. सोशल मीडया एक ऐसा माध्यम है, जिसका उपयोग आज हर उम्र और हर वर्ग का व्यक्ति कर रहा है. ऐसे में काफी हद तक इसका दुरूपयोग भी होता नजर आता है. सोशल मीडिया के इसी बढ़ते दुरूपयोग पर लगाम लगाने अब कोटा पुलिस आगे आ चुकी है. जिला पुलिस ने सोशल मीडिया साइट्स पर हथियार के साथ फोटो डालने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है.
जिसके तहत पुलिस ने बीते कुछ दिनों में साइबर पेट्रोलिंग के जरिए 8 मुकदमें दर्ज किए हैं. जिनमें 6 युवक और 2 नाबालिग हैं. पुलिस का मानना है, कि पब्लिक प्लेटफॉर्म होने के चलते हजारों लोग यहां पर एक दूसरे से जुड़े रहते हैं. जिसके कारण इस तरह के पोस्ट से लोगों में डर का माहौल पैदा होता है. पुलिस का कहना है कि सोशल साइट्स पर हथियारों के साथ फोटो अपलोड करना आर्म्स एक्ट का वायलेशन है. ऐसे में इनके हथियारों के लाइसेंस भी निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
पढ़ें: नवी मुंबई की 21 मंजिला इमारत में लगी आग
बता दें, कि यह मुकदमें जवाहर नगर, अनंतपुरा और महावीर नगर में दर्ज किए गए हैं. वहीं पुलिस ने दो आरोपियों नरेश भड़ाना और अजय राज सिंह गौड़ को गिरफ्तार भी कर लिया है. इनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके अलावा विक्रम भड़ाना और करतार जाट के खिलाफ भी हथियार के साथ फोटो डालने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.
एएसपी दिलीप सैनी ने बताया, कि गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है, कि हथियार कहां से लेकर आए हैं. ये अवैध हथियार हैं, तो इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही हथियार भी जब्त कर लिए जाएंगे. वहीं अगर ये हथियार लाइसेंस वाले मिलते हैं, तो लाइसेंस रद्द किए जाएंगे.
पढ़ें: Special : एक मां की गुहार....बेटे को जंजीरों से आजाद करा दो 'सरकार'
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी का कहना है, कि साइबर स्पेस में भी कई सारे अपराध हो रहे हैं. इनकी निगरानी के लिए साइबर पेट्रोलिंग टीम गठित की हुई है. जानकारी में आया है, कि शहर में बहुत सारे लोग सोशल साइट्स फेसबुक, व्हाट्सएप, टि्वटर और इंस्टाग्राम पर हथियारों के साथ फोटो अपलोड कर रहे हैं. ऐसे लोगों को चिन्हित करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है.
पुलिस ने बताया, कि हथियार जैसा दिखने वाले खिलौने के साथ भी फोटो अपलोड करने वालों के खिलाफ सोशल मीडिया पर धमकाने का मामला दर्ज किया जाएगा.