कोटा. एसीबी ने दिल्ली में ट्रैप किए गए UIDAI के असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल पंकज गोयल को बुधवार को कोटा लाया गया. इसके बाद एसीबी की टीम पंकज गोयल से पूछताछ कर रही है. मामले को लेकर एसीबी अधिकारियों का कहना है कि आधार कार्ड बनाने की फ्रेंचाइजी देने के मामले में तीन जगह पर खेल होता था. रिश्वत के काले खेल में राजस्थान सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के अधिकारियों के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है.
कोटा के एडिशनल एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार का कहना है कि इस मामले में जो परिवाद हमें मिला था, उसमें 14 फाइलों को लेकर शिकायत की गई थी. ऐसे में संख्या काफी ज्यादा होनी चाहिए क्योंकि इस तरह के जो लोकल सर्विस प्रोवाइडर हैं, उनकी बड़ी संख्या है. राजस्थान में करीब 900 के आसपास यह संख्या बढ़ सकती है. इस मामले की पड़ताल की जाएगी और दिल्ली के ऑफिस और राजस्थान में भी सूचनाएं मिल जाएगी.
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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने कहा कि इस आधार फ्रेंचाइजी के लिए आवेदन कलेक्ट्रेट में होता है. यहां से फाइल राजस्थान सरकार के लिए डीओआईटी विभाग में भेज दी जाती है. वहां से फाइल आधार को भेजी जाती है, जहां पर असिस्टेंट डायरेक्टर इस पर डिसीजन लेते हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों और दलालों की मिलीभगत की काफी सबूत हमारे पास है.
गौरतलब है कि आधार कार्ड कियोस्क आवंटन के नाम पर 2 लाख रुपए मांगने के मामले में कोटा एसीबी ने दिल्ली के अधिकारी पंकज गोयल को मंगलवार को 1 लाख रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था.
पत्नी और बच्चा ताला लगाकर फरार
एसीबी की गिरफ्त में आए पंकज गोयल के घर पर खाना तलाशी की प्रक्रिया कोटा एसीबी ने दिल्ली में ही शुरू की. कार्रवाई की सूचना मिलने के पहले गोयल की पत्नी और बच्चे घर में ताला लगाकर फरार हो गए. ऐसे में कोटा एसीबी और सीबीआई ने उनके घर को सील कर दिया है और अब बाद में तलाशी ली जाएगी. जबकि गोयल के जयपुर के बरकत नगर निवास के घर पर प्रॉपर्टी के कागजात मिले हैं.