कोटा. लॉकडाउन के बाद आर्थिक मंदी से परेशान शहर के कुन्हाड़ी इलाके में रहने वाले एक युवक ने जान दे दी. मृतक पर करीब 4 लाख रुपए का कर्जा चढ़ गया था, जिससे वह परेशान था. इसी के चलते उसने फांसी का फंदा लगाया और अपने जिंदगी समाप्त कर ली. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया.
मामले के अनुसार, कुन्हाड़ी थाना इलाके के बालाजी टाउन में रहने वाला सोनू सिंह साड़ी की छपाई का कार्य करता था. इस छपाई का कारखाना उसने घर पर ही लगाया हुआ था, जिसमें लॉकडाउन के पहले काफी अच्छा रेवेन्यू उसे मिल रहा था. लॉकडाउन के बाद से ही उसका धंधा पूरी तरह से चौपट हो गया. धीरे-धीरे उसके ऊपर कर्जा भी बढ़ता रहा, जो कि चार लाख तक पहुंच गया. इसके चलते ही वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा. साथ ही, इनकम नहीं होने के चलते घर पर भी राशि नहीं दे पा रहा था. इसके अलावा कर्जदार भी उसके पीछे लगे हुए थे.
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मृतक के भाई का कहना है कि सोनू मकान में दूसरी मंजिल पर रहता था. रात को वह परिवार के साथ सोने चला गया, लेकिन उसने बाद में पास के कमरे में जाकर पंखे से साड़ी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना के बारे में पता कुछ देर बाद चला, जब उस कमरे में मृतक सोनू का बेटा गया था. घटना के बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है.