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कोटा में 430 मजदूरों की सिलिकोसिस जांच की गई

पत्थर की खदानों में काम करने वाले मजदूर सिलिकोसिस बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं. इसको लेकर कोटा में कैंप लगाकर 430 मजदूरों की सिलिकोसिस की जांच की गई है.

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कोटा में 430 मजदूरों की सिलिकोसिस जांच की गई
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Published : Feb 4, 2021, 10:42 PM IST

कोटा. पत्थर की खदानों में काम करने वाले मजदूर सिलिकोसिस बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं, जिससे उस बीमार मजदूर की मौत भी हो सकती है. अगर इस पर समय पर मजदूरों की जांचे करवाई जाए तो इस बीमारी की रोकथाम की जा सकती है. इसी के चलते कोटा संभाग के खनन विभाग ने चार जगह कैम्प आयोजित कर मजदूरों की जांचे की गई, जिसमें टीबी और अन्य बीमारियों की भी जांचे हुईं.

खनन विभाग के अभियन्ता जगदीश चंद्र मेरावत ने बताया कि जिले के अंदर खनन क्षेत्र ओर पत्थर मंडी के इलाकों में काम करने वाले मजदूरों में सिलिकोसिस एवं आउटरीच कैम्प का आयोजन जनवरी माह में किए गए. इसमें आठ जनवरी 2021 को नांता में क्रेसर परिसर में कैम्प लगाया गया था, जिसमे 100 मरीजों की जांच की गई. 42 मरीजों डायबिटीज की जांचे की. उन्होंने बताया कि इस कैम्प में 13 संदिग्ध सिलिकोसिस मरीजों की बलगम जांच कराई गई है.

यह भी पढ़ें- प्रदेश में शुरू हुआ कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा फेज, दो लाख से अधिक फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगेगी वैक्सीन

दूसरा कैम्प 15 जनवरी 2021 को अनंतपुरा स्तिथ क्रेसर परिसर में 115 मजदूरों की जांच की, जिसमें 12 मरीजों को एक्सरे और एएफबी की जांच कराई गई. 22 मरीजों को टीबी, न्यूमोकोसिस एवं ब्लड शुगर जांचने में पांच मरीज डायबिटीज के पेशेंट मिले. खनन अभियन्ता ने बताया कि तीसरा ओर चौथा केम्प कसार ओर मंडाना में आयोजित किए गए. कसार में 61 मजदूरों की जांचे हुई. पाचड़ा में 155 मजदूर में 48 डायबिटीज से ग्रसित मिले.

सांगोद में अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई

सांगोद उपखण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत कुराडिया खुर्द और पंचायत के गावों में सरकारी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई करते हुए ग्रामीणों द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण को गुरुवार को हटाया गया है. सरपंच कपिल नागर ने बताया कि ग्राम पंचायत के अनुरोध पर कुराडिया खुर्द में प्रस्तावित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए चिन्हित जगह पर अतिक्रमी द्वारा अतिक्रमण कर रखा था. सरपंच नागर ने बताया कि चिन्हित जगह पर अतिक्रमण होने के कारण अस्पताल निर्माण में विलंब हो रहा था. इस मामले में प्रशासन को भी अवगत करवा रखा था और सांगोद विधायक भरत सिंह को भी अवगत करवाया जैसे ही विधायक भरत सिंह को सूचना मिली, उन्होंने सांगोद उपखण्ड अधिकारी को पत्र लिखकर लोगों द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की चिन्हित पर कर रखे अतिक्रमण को तत्कालीन हटाने के निर्देश दिए.

कोटा. पत्थर की खदानों में काम करने वाले मजदूर सिलिकोसिस बीमारी से ग्रसित हो जाते हैं, जिससे उस बीमार मजदूर की मौत भी हो सकती है. अगर इस पर समय पर मजदूरों की जांचे करवाई जाए तो इस बीमारी की रोकथाम की जा सकती है. इसी के चलते कोटा संभाग के खनन विभाग ने चार जगह कैम्प आयोजित कर मजदूरों की जांचे की गई, जिसमें टीबी और अन्य बीमारियों की भी जांचे हुईं.

खनन विभाग के अभियन्ता जगदीश चंद्र मेरावत ने बताया कि जिले के अंदर खनन क्षेत्र ओर पत्थर मंडी के इलाकों में काम करने वाले मजदूरों में सिलिकोसिस एवं आउटरीच कैम्प का आयोजन जनवरी माह में किए गए. इसमें आठ जनवरी 2021 को नांता में क्रेसर परिसर में कैम्प लगाया गया था, जिसमे 100 मरीजों की जांच की गई. 42 मरीजों डायबिटीज की जांचे की. उन्होंने बताया कि इस कैम्प में 13 संदिग्ध सिलिकोसिस मरीजों की बलगम जांच कराई गई है.

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दूसरा कैम्प 15 जनवरी 2021 को अनंतपुरा स्तिथ क्रेसर परिसर में 115 मजदूरों की जांच की, जिसमें 12 मरीजों को एक्सरे और एएफबी की जांच कराई गई. 22 मरीजों को टीबी, न्यूमोकोसिस एवं ब्लड शुगर जांचने में पांच मरीज डायबिटीज के पेशेंट मिले. खनन अभियन्ता ने बताया कि तीसरा ओर चौथा केम्प कसार ओर मंडाना में आयोजित किए गए. कसार में 61 मजदूरों की जांचे हुई. पाचड़ा में 155 मजदूर में 48 डायबिटीज से ग्रसित मिले.

सांगोद में अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई

सांगोद उपखण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत कुराडिया खुर्द और पंचायत के गावों में सरकारी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई करते हुए ग्रामीणों द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण को गुरुवार को हटाया गया है. सरपंच कपिल नागर ने बताया कि ग्राम पंचायत के अनुरोध पर कुराडिया खुर्द में प्रस्तावित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए चिन्हित जगह पर अतिक्रमी द्वारा अतिक्रमण कर रखा था. सरपंच नागर ने बताया कि चिन्हित जगह पर अतिक्रमण होने के कारण अस्पताल निर्माण में विलंब हो रहा था. इस मामले में प्रशासन को भी अवगत करवा रखा था और सांगोद विधायक भरत सिंह को भी अवगत करवाया जैसे ही विधायक भरत सिंह को सूचना मिली, उन्होंने सांगोद उपखण्ड अधिकारी को पत्र लिखकर लोगों द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की चिन्हित पर कर रखे अतिक्रमण को तत्कालीन हटाने के निर्देश दिए.

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