कोटा. चंबल नदी के सबसे बड़े बांध गांधी सागर में लगातार पानी की आवक और वहां से पानी डिस्चार्ज करने के चलते कोटा बैराज से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. इसके लिए कोटा बैराज के 14 गेट को 189 फीट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है. ऐसे में चंबल नदी कोटा से धौलपुर तक खतरे के निशान के नजदीक बह रही है. जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता राजीव चौधरी ने ईटीवी भारत से कहा कि जल्द ही 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा. इसके लिए जिला प्रशासन की तरफ से अलर्ट जारी कर दिया गया है.
गौरतलब है कि गांधी सागर बांध के केचमेंट एरिया और मध्य प्रदेश में बारिश होने से पानी की आवक हो रही है. गांधी सागर बांध का जलस्तर 1311 फीट पहुंच गया है, जबकि उसकी क्षमता 1312 फीट है. ऐसे में जल स्तर को कम करने के लिए वहां से लगातार पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है, जिससे चंबल नदी में पानी की आवक हो रही है.
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चंबल नदी के दूसरे बांध राणा प्रताप सागर से भी 2 लाख 32 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. ऐसे में कोटा बैराज से सभी 2 लाख 32 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है, जिससे कोटा शहर की निचली बस्तियों में पानी भर गया है. वहीं, कोटा से लेकर धौलपुर तक चंबल नदी खतरे के निशान के आस-पास बढ़ रही है.
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गांधी सागर से लगातार पानी छोड़े जाने के चलते जल संसाधन विभाग और मुख्य अभियंता से लेकर कनिष्ठ अभियंता कोटा बैराज पर कैंप किए हुए हैं. कैम्प करने वाले अधिकारियों में चीफ इंजीनियर राजीव चौधरी, अधीक्षण अभियंता एजाजुद्दीन अंसारी और अधिशासी अभियंता देवेन्द्र अग्निहोत्री सहित कई अधिकारी शामिल हैं. बैराज से पानी छोड़े जाने के चलते चंबल नदी के बैराज के समानांतर पुल पर भी हजारों की संख्या में लोग देखने पहुंचे हैं. आपको बता दें कि कोटा बैराज के 2 गेट 7 फीट, 11 गेट 15 फीट और 1 गेट 10 फीट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है.