कोटा. शहर की रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस ने गुरुवार को हुए दौलतराम हत्याकांड मामले का खुलासा कर दिया है. पुलिस ने 24 घंटे में ही दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो कि लूट की नीयत से ही मृतक दौलतराम के घर में घुसे थे. दौलतराम के साथ हुए संघर्ष के बाद ही उन्होंने नृशंस तरीके से उसकी हत्या कर दी थी. गिरफ्तार किए गए आरोपी कोई काम नहीं करते हैं. इसी तरह से उन्होंने महज 1,500 रुपए और मोबाइल के चक्कर में ही दौलतराम की हत्या कर दी है.
इस पूरी वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस उपाधीक्षक भगवंत सिंह हिंगड़ ने बताया, हत्या के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. इसमें आस-पड़ोस से पूछताछ की गई. साथ ही पिछले 10 सालों में 20 से अधिक चालान अपराधियों से भी पूछताछ की गई, जिनमें से ही हत्यारे सामने आए हैं. इनमें रेलवे कॉलोनी थाना इलाके के ही रामदास नगर निवासी बंटी और मनोज नायक और लक्ष्मी विहार निवासी राजू मद्रासी हैं. आरोपी मनोज के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तीन मुकदमे दर्ज हैं. वहीं राजू मद्रासी के खिलाफ इसी तरह की एक नकबजनी का मामला दर्ज है. दोनों हत्यारे, घटना के बाद से तमिलनाडु के चेन्नई भागने की फिराक में थे. ऐसे में उन्हें रेलवे स्टेशन से ही पुलिस ने गिरफ्तार किया है. क्योंकि आरोपी राजू मद्रासी तमिलनाडु का ही मूल रहने वाला है, लेकिन बीते कई साल से वह कोटा ही रहता है.
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पड़ोस के तबेले से घर में प्रवेश कर गए थे हत्यारे
पुलिस ने बताया, दोनों आरोपी मृतक की दुकान पर पहले भी सामान खरीदने आते थे. ऐसे में उन्हें जानकारी थी कि दौलतराम घर में अकेला रहता है, जिसको लेकर ही उन्होंने पड़ोस में बने एक तबेले के जरिए मृतक के मकान में प्रवेश कि, और उसी के सहारे सीढ़ियों से होते हुए नीचे उतर गए. जहां पर दौलतराम टीवी देख रहा था. उसके साथ घटना की और टीवी की वॉल्यूम तेज करते हुए, वापस पूरे घटनाक्रम का अंजाम देते हुए लौट गए. इस मामले के खुलासे में रेलवे कॉलोनी थानाधिकारी मुनीन्द्र सिंह, एएसआई महेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल जितेंद्र सिंह, कांस्टेबल अनिल, नमोनारायण, गोपाल, मोहित, महावीर, अमित, देवीलाल, बलवान और संजय शामिल रहे.
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पुलिस ने बताया, घटना के समय गुरुवार देर रात एक बजे मृतक दौलतराम टीवी देख रहा था, और जैसे ही उसने इन दोनों बदमाशों को देखा वह चौक गया. उसने इनके घर में प्रवेश करने का विरोध किया, लेकिन इन आरोपियों ने उसकी एक बात नहीं चलने दी. साथ ही दोनों ने संडासी और पेचकस, जो कि मृतक दौलतराम के घर पर ही रखे हुए थे, उनसे हमला कर दिया. उसके सिर और अन्य जगह भी कई चोट मारी, जिससे उसकी मौत हो गई. बाद में उसका गला भी दबाया. साथ ही उसके दांत भी तोड़ दिए. इस पूरी करतूत के बाद भी आरोपियों ने मृतक के मुंह में पेशकश के जरिए ठूस दी. साथ ही उसके हाथ पैर बांधकर उसके मुंह पर कपड़ा बांध दिया.