ETV Bharat / city

कोटा: मार्केटिंग सोसायटी के 150 करोड़ के भूखंड को अधिकारियों ने बना दिया था मैरिज गार्डन, एसीबी करेगी जांच

एसीबी को शिकायत मिली थी कि सिटी मॉल के पीछे 80 हजार स्क्वायर फीट के एक भूखंड को रीको की ओर से चावल मिल के लिए अलॉट किया गया था. जिसको कोटा मार्केटिंग सोसायटी के अफसरों ने टेंट हाउस से साठगांठ कर कूट रचित निविदा के आधार पर मैरिज गार्डन के लिए किराए पर दे दिया. वहीं, इस प्रकरण में परिवाद दर्ज किया गया है. जिसकी जांच एसीबी की ओर से की जाएगी.

कोटा मार्केटिंग सोसायटी न्यूज, Kota Marketing Society News
author img

By

Published : Oct 4, 2019, 6:28 PM IST

कोटा. जिले में सिटी मॉल के पीछे 80 हजार स्क्वायर फीट के एक भूखंड को रीको की ओर से चावल मिल के लिए अलॉट किया गया था. जिसको कोटा मार्केटिंग सोसायटी के अफसरों की ओर से टेंट हाउस से साठगांठ कर कूट रचित निविदा के आधार पर मैरिज गार्डन के लिए किराए पर दे दिया. वहीं, कोटा सरकार भंडार महाप्रबंधक शोभागमल मीणा और सरस डेयरी के प्रबंधक श्याम लाल मीणा के खिलाफ जयपुर मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद कोटा एसीबी ने परिवाद दर्ज किया है.

मार्केटिंग सोसायटी के भूखंड को अधिकारियों ने बना दिया था मैरिज गार्डन

कोटा एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि सिटी मॉल के पीछे 80 हजार स्क्वायर फीट के एक भूखंड को रीको की ओर से चावल मिल के लिए अलॉट किया गया था. जिसको कोटा मार्केटिंग सोसायटी के अफसरों ने टेंट हाउस मालिक से साठगांठ कर मैरिज गार्डन के लिए किराए पर देने की एक शिकायत प्राप्त हुई थी. उन्होंने बताया कि इसको मुख्यालय भेजा गया था, जहां से इस प्रकरण में परिवाद दर्ज किया गया है.

पढ़ें- विधानसभा उपचुनाव : नाम वापसी के बाद मंडावा में 9 और खींवसर में 3 उम्मीदवार, 21 को मतदान

परिवाद के अनुसार कोटा मार्केटिंग सोसायटी का यह 80 हजार स्क्वायर फीट भूखंड रीको की ओर से एलॉट किया गया था, लेकिन तत्कालीन मार्केटिंग मैनेजर और वर्तमान में सरकार भंडार के महाप्रबंधक शोभागमल मीणा और तत्कालीन प्रशासक श्यामलाल मीणा जो कि वर्तमान में सरस डेयरी कोटा के मैनेजर हैं, दोनों ने बिना लैंड यूज चेंज करवाएं और कूटरचित निविदा बनाकर अपने चहेते कुलदीप बग्गा और राघव बग्गा को मैरिज गार्डन चलाने का ठेका दे दिया, जो गैरकानूनी था और पद का दुरुपयोग है.

वहीं, मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी ठाकुर चंद्रशील कुमार का कहना है कि इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ पूर्व में भी भ्रष्टाचार के कई मामले एसीबी में दर्ज हैं. वर्ष 2016 में महाप्रबंधक सौभागमल मीणा के खिलाफ ठीक इसी तरह का मामला दर्ज हुआ था. जिसने पूजा टेंट हाउस नाम की फर्म से सांठगांठ कर उसे ठेका दे दिया गया था, यह जमीन रीको ने दाल-मिल के नाम पर अलॉट हुई थी. उन्होंने बताया कि मामले की फिलहाल जांच चल रही है.

कोटा. जिले में सिटी मॉल के पीछे 80 हजार स्क्वायर फीट के एक भूखंड को रीको की ओर से चावल मिल के लिए अलॉट किया गया था. जिसको कोटा मार्केटिंग सोसायटी के अफसरों की ओर से टेंट हाउस से साठगांठ कर कूट रचित निविदा के आधार पर मैरिज गार्डन के लिए किराए पर दे दिया. वहीं, कोटा सरकार भंडार महाप्रबंधक शोभागमल मीणा और सरस डेयरी के प्रबंधक श्याम लाल मीणा के खिलाफ जयपुर मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद कोटा एसीबी ने परिवाद दर्ज किया है.

मार्केटिंग सोसायटी के भूखंड को अधिकारियों ने बना दिया था मैरिज गार्डन

कोटा एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि सिटी मॉल के पीछे 80 हजार स्क्वायर फीट के एक भूखंड को रीको की ओर से चावल मिल के लिए अलॉट किया गया था. जिसको कोटा मार्केटिंग सोसायटी के अफसरों ने टेंट हाउस मालिक से साठगांठ कर मैरिज गार्डन के लिए किराए पर देने की एक शिकायत प्राप्त हुई थी. उन्होंने बताया कि इसको मुख्यालय भेजा गया था, जहां से इस प्रकरण में परिवाद दर्ज किया गया है.

पढ़ें- विधानसभा उपचुनाव : नाम वापसी के बाद मंडावा में 9 और खींवसर में 3 उम्मीदवार, 21 को मतदान

परिवाद के अनुसार कोटा मार्केटिंग सोसायटी का यह 80 हजार स्क्वायर फीट भूखंड रीको की ओर से एलॉट किया गया था, लेकिन तत्कालीन मार्केटिंग मैनेजर और वर्तमान में सरकार भंडार के महाप्रबंधक शोभागमल मीणा और तत्कालीन प्रशासक श्यामलाल मीणा जो कि वर्तमान में सरस डेयरी कोटा के मैनेजर हैं, दोनों ने बिना लैंड यूज चेंज करवाएं और कूटरचित निविदा बनाकर अपने चहेते कुलदीप बग्गा और राघव बग्गा को मैरिज गार्डन चलाने का ठेका दे दिया, जो गैरकानूनी था और पद का दुरुपयोग है.

वहीं, मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी ठाकुर चंद्रशील कुमार का कहना है कि इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ पूर्व में भी भ्रष्टाचार के कई मामले एसीबी में दर्ज हैं. वर्ष 2016 में महाप्रबंधक सौभागमल मीणा के खिलाफ ठीक इसी तरह का मामला दर्ज हुआ था. जिसने पूजा टेंट हाउस नाम की फर्म से सांठगांठ कर उसे ठेका दे दिया गया था, यह जमीन रीको ने दाल-मिल के नाम पर अलॉट हुई थी. उन्होंने बताया कि मामले की फिलहाल जांच चल रही है.

Intro:एसीबी को शिकायत मिली थी कि सिटी मॉल के पीछे 80 हजार स्क्वायर फीट के एक भूखंड को रीको द्वारा चावल मिल के लिए अलॉट किया गया था. जिसको कोटा मार्केटिंग सोसायटी के अफसरों द्वारा टेंट हाउस से साठगांठ कर कूट रचित निविदा के आधार पर मैरिज गार्डन के लिए किराए पर दे दिया.


Body:कोटा.
कोटा सरकार भंडार महाप्रबंधक शोभागमल मीणा और सरस डेयरी के प्रबंधक श्याम लाल मीणा के खिलाफ जयपुर मुख्यालय से निर्देश मिलने के बाद कोटा एसीबी ने परिवाद दर्ज किया है. कोटा एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि सिटी मॉल के पीछे 80 हजार स्क्वायर फीट के एक भूखंड को रीको द्वारा चावल मिल के लिए अलॉट किया गया था.
जिसको कोटा मार्केटिंग सोसायटी के अफसरों ने टेंट हाउस मालिक से साठगांठ कर मैरिज गार्डन के लिए किराए पर देने की एक शिकायत प्राप्त हुई थी. इसको मुख्यालय भेजा गया था, जहां से इस प्रकरण में परिवाद दर्ज किया गया है. परिवाद के अनुसार कोटा मार्केटिंग सोसायटी का यह 80 हजार स्क्वायर फीट भूखंड रीको द्वारा एलॉट किया गया था, लेकिन तत्कालीन मार्केटिंग मैनेजर और वर्तमान में सरकार भंडार के महाप्रबंधक शोभागमल मीणा और तत्कालीन प्रशासक श्यामलाल मीणा जो कि वर्तमान में सरस डेयरी कोटा के मैनेजर हैं. दोनों ने बिना लैंड यूज चेंज करवाएं और कूटरचित निविदा बनाकर अपने चहेते कुलदीप बग्गा और राघव बग्गा को मैरिज गार्डन चलाने का ठेका दे दिया, जो गैरकानूनी था और पद का दुरुपयोग है.


Conclusion:मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी ठाकुर चंद्रशील कुमार का कहना है कि इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ पूर्व में भी भ्रष्टाचार के कई मामले एसीबी में दर्ज हैं. वर्ष 2016 में महाप्रबंधक सौभागमल मीणा के खिलाफ ठीक इसी तरह का मामला दर्ज हुआ था. जिसने पूजा टेंट हाउस नाम की फर्म से सांठगांठ कर उसे ठेका दे दिया गया था, यह जमीन रीको ने दाल-मिल के नाम पर अलॉट हुई थी. जिसकी भी फिलहाल जांच चल रही है.

बाइट का क्रम

बाइट-- ठाकुर चंद्रशील कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसीबी, कोटा
बाइट-- ठाकुर चंद्रशील कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसीबी, कोटा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.