कोटा. कृषि विश्वविद्यालय का चतुर्थ दीक्षांत समारोह शनिवार को वर्चुअल तरीके से आयोजित किया गया. समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल कलराज मिश्र ने की. वहीं मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्व महानिदेशक पद्मभूषण डॉ. आरएस परोदा ने अजमेर से जुड़े. इसके साथ ही कोटा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डीसी जोशी रजिस्ट्रार ममता तिवारी और अन्य फैकल्टी मेंबर विश्वविद्यालय के कांफ्रेंस हॉल से जुड़े.
कार्यक्रम में राज्यपाल की अनुमति से 135 विद्यार्थियों को उपाधियां दी गई. इस दौरान विद्यार्थी भी वर्चुअल तरीके से ही कार्यक्रम देख रहे थे. वर्चुअल मोड पर ही राज्यपाल कलराज मिश्र ने विश्वविद्यालय के संविधान उद्यान का भी लोकार्पण किया. यही नहीं रिसर्च हाईलाइट 2017 से 2019 और कृषि विश्वविद्यालय कोटा एक परिदृश्य पुस्तक विमोचन भी समारोह में वर्चुअल मोड पर हुआ.
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समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों के बढ़ते कदम महिला सशक्तिकरण की ओर बढ़ावा दे रहे हैं. साथ ही उन्होंने नई शिक्षा नीति पर कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए यह अच्छी पहल है. कोविड-19 पर उन्होंने कहा कि अनिश्चितता के माहौल में भी इस तरह से तकनीक का प्रयोग कर शिक्षा दी जा रही है. यह भी अच्छा कदम है.
मुख्य वक्ता डॉ. आरएस परोदा ने कहा कि हरित क्रांति से देश में बदलाव आए हैं. उन्होंने कहा कि हरित क्रांति इसलिए संभव हुई. क्योंकि हमारे यहां पर पॉलिसी कंट्रोल काफी अच्छा है. अच्छे कृषि संस्थान हैं. साथ ही मानव संसाधन भी अच्छी श्रेणी का है और सबसे महत्वपूर्ण किसान हमारे मेहनती है.
4 स्टूडेंट्स को मिले 6 पदक
दीक्षांत समारोह में 4 विद्यार्थियों को 6 गोल्ड मेडल दिए गए हैं. इनमें 2 छात्र और 2 छात्राएं शामिल हैं. कुलाधिपति पदक एमएससी हॉर्टिकल्चर फल विज्ञान के विद्यार्थी राकेश एम और कुलपति पता बीएससी हॉर्टिकल्चर के स्टूडेंट पुष्पेंद्र कुमार को दिया गया.
वहीं एमएससी हॉर्टिकल्चर फल विज्ञान के राकेश एम, एमएससी हॉर्टिकल्चर सब्जी विज्ञान की छात्रा अपूर्वा पैलेड, बीएससी हॉर्टिकल्चर के पुष्पेंद्र कुमार और बीएससी एग्रीकल्चर की रेनू को भी गोल्ड मेडल दिया गया है. बीएससी उधानिकी में 51, वानिकी में 15, कृषि में 54 और एमएससी हॉर्टिकल्चर के 15 छात्रों को भी उपाधियां दी गईं हैं.