ETV Bharat / city

पाली के लिए गुरुवार को चलेगी वाटर ट्रेन...एक फेरे में जाएगा 15 लाख लीटर पानी - पेयजल समस्या

पाली जिले में पेयजल सप्लाई के लिए गुरुवार को वाटर ट्रेन चलेगी. जो एक दिन में दो फेरे लगाएगी. वाटर ट्रेन में कुल 30 टैंकर लगाए गए हैं. जिनमें 15 लाख लीटर पानी भेजा जाएगा. आने वाले दिनों में बरसात नहीं होने पर ट्रेन में टैंकरों की संख्या बढ़ाकर 50 कर दी जाएगी और इसके फेरे भी बढ़ा दिए जाएंगे.

पाली के लिए गुरुवार को चलेगी वाटर ट्रेन
author img

By

Published : Jul 24, 2019, 6:59 PM IST

जोधपुर. पेयजल संकट से जूझ रहे मारवाड़ के पाली कस्बे को राहत देने के लिए गुरुवार को जोधपुर से वाटर ट्रेन 15 लाख लीटर पानी लेकर जाएगी. भगत की कोठी स्टेशन से 10:30 बजे रवाना होने वाली इस ट्रेन में 30 टैंकर लगाए गए हैं. वाटर ट्रेन के एक दिन में दो फेरे लगाने की संभावना है. अगले कुछ दिन बारिश नहीं होने पर ट्रेन में टैंकरों की संख्या बढ़ाकर 50 की जाएगी. साथ ही इसके फेरे बढ़ाए जाएंगे. लेकिन जलदाय विभाग को उम्मीद है कि जल्दी ही बारिश होने से ट्रेन की आगे जरूरत नहीं पड़ेगी.

पाली के लिए गुरुवार को चलेगी वाटर ट्रेन, एक फेरे में जाएगा 15 लाख लीटर पानी

जोधपुर में भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर टैंकरों में पानी भरने के लिए पचास हाइडेंट लगे हुए है. नजदीकी न्यू पावर हाउस परिसर में बनाए गए पोंड में एकत्र पानी को पंप से हाईडेंट तक पहुंचाया जाएगा. वाटर ट्रेन के जरिए पानी को पाली पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने हाल ही में 13 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं.

जोधपुर से पाली के बीच वाटर ट्रेन आखिरी बार 2009 में चलाई गई थी. उससे पहले 2005 में भी जोधपुर से पानी की ट्रेन चलाई गई थी. 3 साल पहले 2016 में भी ट्रेन चलाने की नौबत आई थी. लेकिन अच्छी बारिश होने पर ट्रेन नहीं चलाई गई. आपको बता दें कि एक समय था जब पाली से पाइप लाइन के जरिए जोधपुर को पानी सप्लाई किया जाता था. लेकिन औद्योगिक इकाइयों द्वारा लगातार भूजल दोहन करने से पाली में पेयजल संकट की स्थिति खड़ी हो गई है.

जोधपुर. पेयजल संकट से जूझ रहे मारवाड़ के पाली कस्बे को राहत देने के लिए गुरुवार को जोधपुर से वाटर ट्रेन 15 लाख लीटर पानी लेकर जाएगी. भगत की कोठी स्टेशन से 10:30 बजे रवाना होने वाली इस ट्रेन में 30 टैंकर लगाए गए हैं. वाटर ट्रेन के एक दिन में दो फेरे लगाने की संभावना है. अगले कुछ दिन बारिश नहीं होने पर ट्रेन में टैंकरों की संख्या बढ़ाकर 50 की जाएगी. साथ ही इसके फेरे बढ़ाए जाएंगे. लेकिन जलदाय विभाग को उम्मीद है कि जल्दी ही बारिश होने से ट्रेन की आगे जरूरत नहीं पड़ेगी.

पाली के लिए गुरुवार को चलेगी वाटर ट्रेन, एक फेरे में जाएगा 15 लाख लीटर पानी

जोधपुर में भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर टैंकरों में पानी भरने के लिए पचास हाइडेंट लगे हुए है. नजदीकी न्यू पावर हाउस परिसर में बनाए गए पोंड में एकत्र पानी को पंप से हाईडेंट तक पहुंचाया जाएगा. वाटर ट्रेन के जरिए पानी को पाली पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने हाल ही में 13 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं.

जोधपुर से पाली के बीच वाटर ट्रेन आखिरी बार 2009 में चलाई गई थी. उससे पहले 2005 में भी जोधपुर से पानी की ट्रेन चलाई गई थी. 3 साल पहले 2016 में भी ट्रेन चलाने की नौबत आई थी. लेकिन अच्छी बारिश होने पर ट्रेन नहीं चलाई गई. आपको बता दें कि एक समय था जब पाली से पाइप लाइन के जरिए जोधपुर को पानी सप्लाई किया जाता था. लेकिन औद्योगिक इकाइयों द्वारा लगातार भूजल दोहन करने से पाली में पेयजल संकट की स्थिति खड़ी हो गई है.

Intro:


Body:





जोधपुर।

 पेयजल संकट से जूझ रहे मारवाड़ के पाली कस्बे को राहत देने के लिए गुरुवार को जोधपुर से एक वाटर ट्रेन पंजा लाख लीटर पानी लेकर जाएगी गुरुवार सुबह भगत की कोठी स्टेशन से करीब 10:30 बजे ट्रेन रवाना होगी इस ट्रैन में 30 टैंकर लगाए गए हैं ।वाटर ट्रेन एक दिन में दो फेरे  लगाने की संभावना है। अगले कुछ दिन यदि बारिश नहीं होती है तो एक रैक में टैंकरों की संख्या बढ़ाकर पचास करने के साथ ही इसके फेरे बढ़ाए जाएंगे। लेकिन जलदाय विभाग को उम्मीद है कि जल्द अच्छी बारिश होगी जिससे ट्रैन की आगे जरूरत नही पड़ेगी। 


जोधपुर में भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर टैंकरों में पानी भरने के लिए पचास हाइडेंट लगे हुए है। नजदीकी  न्यू पावर हाउस परिसर में बनाये गए पोंड में एकत्र पानी को पंप कर हाईडेंट तक पहुंचाया जाएगा। वाटर ट्रेन के जरिये पाली पानी पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने हाल ही तेरह करोड़ रुपए स्वीकृत किए है।


10 साल पहले चली थी ट्राई


जोधपुर से पाली के बीच पानी की ट्रेन आखिरी बार वर्ष 2009 में चलाई गई थी। उंससे पहले वर्ष 2005 में भी जोधपुर से पानी की ट्रेन चलाई गई थी। 2016 में 3 साल पहले भी ट्रेन चलाने  की नौबत आई थी लेकिन अच्छी बारिश हो जाने से ट्रेन नहीं चलाई गई ।ज्ञात रहे एक समय था जब पाली से जोधपुर के बीच पाइप लाइन बिछाकर पानी लाया जाता था जिससे जोधपुर शहर को जलापूर्ति होती थी लेकिन पाली में लगातार औद्योगिक इकाइयों के भूजल का दोहन करने से पेयजल संकट की स्थिति खड़ी हुई है


बाईट : गोपाल शर्मा , प्रवक्ता जोधपुर रेल मंडल






Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.