जोधपुर. फैक्ट्रियों से निकलने वाले गंदे पानी को खेतों में छोड़ने से रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्र वासियों ने जिला कलेक्ट्रेट में जमकर नारेबाजी की. इस दौरान ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
जिले के डोली, धवा, अराबा सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों युवा जिला कलेक्ट्रेट में इकट्ठा हुए. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 10 सालों से फैक्ट्रियों से निकलने वाला केमिकल युक्त जहरीला पानी ग्रामीण इलाकों तक पहुंचता है. जिससे किसानों के खेत बंजर हो रहे हैं.
इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि खेतों में फैक्ट्रियों का गंदा पानी भरा रहता है. जिससे उपजाऊ जमीन अब दलदल बन चुकी है. इस कारण वहां के किसानों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. फैक्ट्री मालिकों पर सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इसके साथ ही ग्रामीणों ने गंदे पानी को रोकने की मांग की.
बता दें कि कपड़ों की रंगाई और धुलाई के काम वाली फैक्ट्रियां जिले के ग्रामीण इलाकों में स्थित हैं. उनसे निकलने वाला गंदा और केमिकल युक्त जहरीला पानी गांवों के खेतों में भर जाता है. जिससे खेतों की उपजाऊ भूमि बंजर हो रही है. साथ ही पर्यावरण व जीव जंतुओं के लिए भी यह पानी जानलेवा बन गया है.
साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के जल स्रोत तालाब, नाड़ी इत्यादि भी जहरीले केमिकल युक्त पानी भर चुके हैं. ग्रामीणों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद भी जोधपुर के ग्रामीण इलाकों में अवैध फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. ग्रामीणों ने सरकार द्वारा कार्रवाई न करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.