जोधपुर. दो साल पहले प्रदेश के तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सीए के खिलाफ बगावत की थी. उसके बाद उन्हें प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था. तब से लेकर दो साल बाद भी राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी का संगठन अधर झूल में है. कई जिलों के जिलाध्यक्ष नहीं बन पाए हैं और जहां बने हैं वहां कार्यकारणी घोषित नहीं हुई है. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं सचिन पायलट गुट के नेता पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी का मानना है की संगठन का मजबूत होना बेहद जरूरी है. चौधरी ने इशारों-इशारों में डोटासरा और सीएम गहलोत के संगठन को लेकर कार्य प्रणाली पर (Rajendra chaudhary on the strengths of the organization) सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी कमजोर संगठन से सरकार मजबूत नहीं होती हैं. संगठन के कमजोर होते हुए सरकार के मजबूत होने का कल्पना करना भी बेकार है.
उन्होंने कहा कि संगठन को महत्व देने के साथ उसका विस्तार भी बहुत जरूरी होता है. इसमें देरी से नुकसान उठाना पड़ता है. अभी प्रयास चल रहा है जल्दी ही संगठन में शेष नियुक्तियां भी होंगी. कमजोर संगठन से सरकार को नुकसान होता है. अभी इसे लेकर काम चल रहा है और जल्दी की न्युक्तियां होंगी. गौरतलब है कि केंद्रीय नेतृत्व के दबाव में प्रदेश कांग्रेस कमेटी का गठन तो कर दिया गया हैं. उसमें पायलट गुट के नेताओं को भी स्थान दिया गया, लेकिन संगठन का विस्तार नहीं किया गया जिससे सबकुछ प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा के ही इर्द गिर्द होता है. ज्यादातर पदाधिकारी हाशिए पर चले गए हैं.
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कल्चर के बारे में बोलने वालों को अपनी बातों पर कायम रहना चाहिए
चौधरी ने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की ओर से कांग्रेस कल्चर में नहीं ढलने और मंत्री पर बयानबाजी करने के सवाल पर कहा कि पार्टी तो अपनी नीति से चलेगी. बसपा के विधायक यह कह कर पार्टी में शामिल हुए और समर्थन दिया था की उनको कोई लालच नहीं है, दबाव नहीं और विकास के लिए वे आगे आए हैं. जनता को उनके पहले वक्तव्य पता हैं और अभी वाले भी. उनको अपनी पुरानी बातों पर कायम रहना चाहिए जिसमें उन्होंने बिना किसी लालच और दबाव के सरकार में शामिल होने की घोषणा की थी.
बसपा के क्षेत्र में कांग्रेसियों की सुनवाई नहीं होती
चौधरी ने कहा कि जिन क्षेत्रों से बसपा के विधायक चुने गए हैं और जिन्होंने सरकार का समर्थन किया है उन क्षेत्रों में कांग्रेस के लोगों की सुनवाई नहीं हो रही है. जिन लोगों ने कांग्रेस से चुनाव लड़ा था उनको महत्व नहीं मिल रहा है. इसको लेकर गंभीरता दिखानी होगी और सरकार को समर्थन देने वालों को विकास को लेकर कही गई बातों पर कायम रहना चाहिए.
पायलट सिर्फ एमएलए लेकिन कद बहुत बड़ा
राजेंद्र चौधरी सचिन पायलट गुट के नेता हैं. जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस ने पायलय को अपनी एसेट बताया है तो उस एसेट को सम्मान कब मिलेगा? इस पर चौधरी ने कहा कि पायलट बहुत लोकप्रिय नेता हैं जहां भी जाते हैं भीड़ जमा हो जाती है. वे सिर्फ टोंक से विधायक हैं लेकिन पूरे देश में उनको जाना जाता है. पूरी कांग्रेस उनकी और आशा की नजर से देख रही है. क्या प्रदेश में सरकार के मुखिया में बदलाव हो सकता है? इस पर चौधरी ने कहा कि यह पार्टी तय करेगी की किसको मुख्यमंत्री के पद पर बैठना है, लेकिन भाजपा महाराष्ट्र की तरह राजस्थान में परिवर्तन नहीं कर पाएगी क्योंकि यहां सभी विधायक एक हैं.