जोधपुर. नाबालिग बालिकाओं के साथ हो रही दुराचार की घटनाओं को लेकर वे मुखर हों और पूरी बात परिजनों को बताएं, इसे लेकर स्कूली छात्राओं को जागरूक करने के उद्देश्य से राज्य बाल संरक्षण आयोग की ओर से 'चुप्पी तोड़ो हमसे कहो' कार्यक्रम का आगाज गुरुवार को जोधपुर से किया गया. कार्यक्रम में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत के मुख्य आतिथि के रूप में मौजूद रहे.
कार्यक्रम में छात्राओं को इस तरह की घटनाओं से घबराने के बजाय अपने दोस्त, परिजन अथवा बाल संरक्षण आयोग की हेल्पलाइन 1098 को सूचित करने के बारे में जागरूक किया गया. कार्यक्रम में जोधपुर के अलग-अलग स्कूलों की 300 छात्राओं ने भाग लिया. उनका बाल आयोग की टीम के साथ संवाद भी हुआ. वैभव गहलोत ने बताया कि बाल संरक्षण आयोग इस कार्यक्रम को प्रत्येक जिले में आयोजित करेगा जिससे यह संदेश सभी जगह पहुंच सके.
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कार्यक्रम के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में राज्य में महिलाओं और बालिकाओं के साथ होने वाली दुष्कर्म की घटनाओं में बढ़ोतरी के सवाल पर वैभव गहलोत ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को लेकर सरकार सवेंदानशील है और तुरन्त इस पर एक्शन लिया जा रहा है. बालिकाओं के मामले में बाल आयोग की टीमे मौके पर जा रही है. हर स्तर पर कार्रवाई की जा रही है.
बाल विवाह रजिस्ट्रेशन पर फैलाया जा रहा भ्रम
बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा है कि विधानसभा में जो बाल विवाह रजिस्ट्रेशन अधिनियम लाया गया है उसको लेकर भ्रमित किया जा रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा है कि जिन बच्चियों के बाल विवाह हो रखे हैं, उनके बच्चों को भी पूरे अधिकार मिलें. ऐसे में उनके विवाह का रजिस्ट्रेशन जरूरी है. इसके अलावा ऐसे नाबालिग जिनके साथ दुष्कर्म हो जाता है उनके बच्चों को भी सभी अधिकार मिले. इसी मंशा के साथ यह कानून बनाया गया है, लेकिन कुछ लोग इसपर भ्रम फैला रहे हैं. इससे बाल विवाह को कतई बढ़ावा नहीं मिलेगा.