जोधपुर. नगर निगम चुनाव में प्रत्याशियों के चयन में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत और जोधपुर के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. कांग्रेस ने जोधपुर को लेकर चार सदस्यों की कमेटी बनाई है. उसमें वैभव गहलोत के साथ-साथ प्रभारी मंत्री महेंद्र चौधरी को भी शामिल किया है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने साफ कह दिया है कि शेखावत निगम चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी निभा रहे हैं. ऐसे में वैभव गहलोत और शेखावत के बीच मुकाबला होगा.
ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि इस बार कौन किसको मात देता है. कांग्रेस में दावेदारों से विधायक मनीषा पंवार मिल रही हैं और उनके दावेदारी भी प्राप्त कर रही हैं. पंवार का कहना है कि जल्द ही वैभव जोधपुर आएंगे और बैठक भी करेंगे. दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने मार्च में ही तैयारी पूरी कर ली थी, अब इसे सिर्फ फाइनल रूप दिया जा रहा है.
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गजेंद्र सिंह शेखावत भी बुधवार रात को वापस जोधपुर लौट आए. उनके साथ महामंत्री भजनलाल शर्मा भी आए हैं. जो अगले तीन दिन तक मंथन कर प्रत्याशियों का चयन तय करेंगे. क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि नवरात्र के पहले दिन से ही भारतीय जनता पार्टी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करना शुरू कर देगी, जिससे प्रत्याशी नामांकन दाखिल कर दें. इसी तरह कांग्रेस ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सईद अंसारी ने भी दावेदारों से मुलाकात की है. इसके अलावा विधायक मनीषा पंवार और कांग्रेस के बड़े नेता भी लगातार इस काम में जुटे हुए हैं. लेकिन अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर ही टिका है.
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उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में गजेंद्र सिंह शेखावत और वैभव गहलोत के बीच मुकाबला हुआ था, जिसमें शेखावत ने वैभव गहलोत को बड़े अंतर से चुनाव में मात दी थी. इसके बाद से वैभव गहलोत लगातार जोधपुर की राजनीति में सक्रिय हैं. ऐसे में उनके पास एक बार यह मौका यह है कि वह कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी चयन कर कांग्रेस को सफलता दिलाकर अपना कद बढ़ाएं. लेकिन भारतीय जनता पार्टी मुर्दाबाद, कांग्रेस की सरकार के बेरोजगारों को घोषणा के बावजूद भत्ता नहीं देने और बिजली की दरें बढ़ाने जैसे मामलों को लेकर जनता के बीच जाएगी. जिसका तोड़ वैभव गहलोत को ढूंढना होगा.