जोधपुर. कोरोना से ठीक होने के बाद केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेद्र सिंह शेखावत एक बार फिर राज्य सरकार की नीतियों को लेकर सक्रिय हो गए हैं. गुरुवार को शेखावत ने एक बाद एक ट्वीट कर राज्य के वर्तमान हालातों पर सवाल उठाते हुए राज्य सरकार पर हमला बोला.
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हत्या-डकैती-फिरौती-बलात्कार के समाचारों से भरे रोज़ के अखबार गहलोत सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह है!#कब_होगा_न्याय
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) September 10, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) September 10, 2020
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर लिखा कि हत्या, डकैती, फिरौती और दुष्कर्म के समाचारों से भरे रोज के अखबार गहलोत सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे हैं. नौजवान बेहाल, किसान परेशान, युवतियां पीड़ित, दलित शोषित, व्यापारी त्रस्त, पेंशनधारी परेशान और पैर पसारता भ्रष्टाचार, गहलोत सरकार से एक ही सवाल है, कब होगा न्याय?
दरअसल, राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदेश भाजपा ने गुरुवार को कब होगा न्याय अभियान छेड़ा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अनैतिक, असहनशील और अपने ही लोगों को डराने वाली सत्ता, अपने पतन का रास्ता खुद चुनती है. जोधपुर सांसद एवं केंद्रीय मंत्री लगातार सरकार की खामियों को लेकर हमलावर रहते हैं.
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नौजवान बेहाल, किसान परेशान
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) September 10, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
युवतियाँ पीड़ित, दलित शोषित
व्यापारी त्रस्त, पेंशनधारी परेशान
और
पैर पसारता भ्रष्टाचार
गहलोत सरकार से एक ही सवाल...#कब_होगा_न्याय
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— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) September 10, 2020
युवतियाँ पीड़ित, दलित शोषित
व्यापारी त्रस्त, पेंशनधारी परेशान
और
पैर पसारता भ्रष्टाचार
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युवतियाँ पीड़ित, दलित शोषित
व्यापारी त्रस्त, पेंशनधारी परेशान
और
पैर पसारता भ्रष्टाचार
गहलोत सरकार से एक ही सवाल...#कब_होगा_न्याय
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बता दें कि केंद्रीय मंत्री शेखावत 20 अगस्त को कोरोना के लक्षण आने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे. इस दौरान अस्पताल से ही वो अपने मंत्रालय के सभी कार्य कर रहे थे. जल जीवन मिशन की प्रगति को लेकर उन्होंने गोवा, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड के मुख्यमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर चर्चा भी की थी. शेखावत ने अस्पताल में रहते हुए कई जरूरी फाइलों का निपटारा भी किया, ताकि काम निर्बाध रूप से चलता रहे.
साथ ही गोबर्धन योजना, भूजल के पुनर्मूल्यांकन में स्पेस टेक्नोलॉजी के प्रयोग, नेशनल वॉटर एकेडमी और ग्राउंड वॉटर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट को लेकर अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए. इतना ही नहीं, अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान भी वो जनता से सीधा जुड़े रहे. उन्होंने कई बेटों की पार्थिव देह को घर पहुंचाने में मदद की, जिनका निधन विदेशों में हो गया था.