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गहलोत सरकार जनता का हक मार रही है: केंद्रीय मंत्री शेखावत - rajasthan government news

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान सरकार को जो पैसा मिला है, उसका बड़ा हिस्सा सरकार खर्च ही नहीं कर पा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार जनता का हक मार रही है.

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, jodhpur news
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत
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Published : May 22, 2020, 8:13 PM IST

जोधपुर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक बार फिर राजस्थान सरकार पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जिन्होंने जनता का हक मारने का काम किया है, विपक्ष के रूप में मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उन्हें चौराहे पर खड़ा करूं.

शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शेखावत जोधपुर की मीडिया से रू-ब-रू हुए. आयुषमान भारत योजना का लाभ राज्य के लोगों का ना मिलने के सवाल पर शेखावत ने कहा कि राजस्थान ही एक ऐसा राज्य है, जहां जनता इससे वंचित है. गहलोत सरकार ने योजना का नाम बदलने की भी कोशिश की, लेकिन जनता को लाभ नहीं दिया. विडंबना तो यह है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत एम्स जोधपुर में तमिलनाडु तक से कैंसर का इलाज कराने मरीज आते हैं, लेकिन राजस्थान के लोग वंचित हैं. अब तो स्थिति यह है कि राज्य सरकार को अपने लिए कोई बीमा कंपनी नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि जनता सब देख रही है.

जो मिला वो पैसा भी खर्च नहीं कर पाए

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के केंद्र सरकार से आर्थिक मदद ना मिलने के आरोपों को नकारते हुए शेखावत ने कहा, महामारी के इस समय में जैसे राज्यों की आय घटी है, वैसा ही केंद्र को भी नुकसान हुआ है. इसके बावजूद केंद्र ने पूरी मदद की है. बजट में घोषित 2500 करोड़ रुपए राजस्थान को दिए गए हैं. यदि आज के हालात से आकलन होता तो यह राशि 500 करोड़ ही बैठती, लेकिन विडंबना यह है कि जो पैसा राजस्थान को मिला है, उसका बड़ा हिस्सा वो खर्च ही नहीं कर रहा है.

पढ़ें- 13 लाख किसान नहीं जमा किए बिजली के बिल, अब 31 मई के बाद भरने होंगे पेनल्टी

राजस्थान के 20 लाख लोगों ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है, जबकि आए केवल 1.5 लाख लोग हैं. अन्य लोग कैसे आएंगे के सवाल पर शेखावत ने कहा कि मैंने व्यक्तिगत रूप से कर्नाटक, आंध्र प्रदेश समेत कई प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की है. मुंबई, बेंगलूरु समेत दूसरे शहरों में कार्यरत संघों से वार्ता हुई है. हम सभी लोगों की घर वापसी सुनिश्चित कराने का प्रयास कर रहे हैं.

अश्वगंधा की खेती से 400 करोड़ का कारोबार

आयुर्वेद चिकित्सा पर अधिक ध्यान ना देने के प्रश्न पर शेखावत ने कहा कि ऐसा नहीं है. नरेंद्र मोदी सरकार ने तो आयुष मंत्रालय अलग से बनाया है. दुनिया में औषधि पौधों पर आधारित चीजों की मांग बढ़ी है. 4000 हजार करोड़ रुपए आत्मनिर्भर भारत में इसके लिए अलग से रखे गए हैं. उन्होंने बताया कि जोधपुर का ही एक युवक आंध्र प्रदेश में अश्वगंधा की खेती करता है, जिसका कारोबार 400 करोड़ रुपए का है.

कोरोना महामारी की रफ्तार को रोकने में काफी हद तक सफल रही है केन्द्र सरकार

लॉकडाउन आगे और बढ़ाने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, कि देश में लॉकडाउन लगाने का उद्देश्य कोरोना की गति को रोकना और तैयारियों की गति को बढ़ाना था, जिसे हमने हासिल कर लिया है. हम दूसरे देशों की स्थिति का आकलन कर उनसे सीख भी रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई देशों में लॉकडाउन खत्म होने के बाद केस बढ़े हैं और फिर उनमें गिरावट आई है.

शेखावत ने कहा कि कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने बेहतर तरीके से कदम उठाए. काफी हद तक हम इसकी रफ्तार को रोकने में सफल रहे हैं. शेखावत ने बताया कि विश्व में पश्चिम के देशों अमरीका, स्पेन, इटली सहित मुख्य रूप से प्रभावित कुल 15 देशों की आबादी 142 करोड़ है, जहां महामारी से 2 लाख 76 हजार मौत हो चुकी है और संक्रमितों की संख्या करीब 38 लाख से अधिक पहुंच गई है.

पढ़ें- श्रमिक बसों का एक रुपया भी नहीं लिया, 36 लाख का बिल भी यूपी परिवहन निगम की ओर से मांगा गया थाः खाचरियावास

वहीं, भारत में आबादी 137 करोड़ है, लेकिन कोराना संक्रमित लोगों की संख्या सिर्फ एक लाख पन्द्रह हजार तक पहुंची है. उन्होंने बताया कि भारत में 18 मई तक 3150 लोगों ने जान गंवाई है. इस प्रकार लॉकडाउन के कारण और समय पर उठाए गए कदमों के कारण और साथ ही जागरूकता के कारण हम बीमारी को नियंत्रित कर सके.

शेखावत ने लोगों से अपील की है कि अभी भी हमें पूरा सजगता से नियमों का पालन करना होगा. संकट के दौर में केन्द्र सरकार ने हर वर्ग के लिए महामारी के आरंभ में और कुछ समय पूर्व लॉकडाउन 4.0 के समय 20 लाख करोड़ से अधिक का पैकज दिया है.

शेखावत ने कहा, महामारी के इस समय में सरकार हर वर्ग के लोगों का ध्यान रख रखी है. राजस्थान सहित सभी राज्यों की सरकारों को सहायता की है. आत्मनिर्भर भारत पैकेज हर क्षेत्र और वर्ग के लोगों के लिए मदगार साबित रहेगा.

जो सेक्टर बच गए हैं, उनकी सरकार मदद करेगी

कोरोना के कारण अवसादग्रस्त हो रहे लोगों के संबंध में उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसे लोगों की जानकारी दी जाए, वो अपने परिचित मनोवैज्ञनिकों से मदद करवाएंगे. केंद्रीय मंत्री ने टूरिज्म सेक्टर को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री से बातचीत की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ के पैकेज के अलावा और भी मदद आगे की जानी है. जो सेक्टर बच गए हैं, उनकी सरकार मदद करेगी. शेखावत ने बताया कि एमएसएमई को जो 3 लाख करोड़ का पैकेज मिला है, उसी में छोटे व्यापारी भी शामिल हैं.

जोधपुर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक बार फिर राजस्थान सरकार पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जिन्होंने जनता का हक मारने का काम किया है, विपक्ष के रूप में मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उन्हें चौराहे पर खड़ा करूं.

शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शेखावत जोधपुर की मीडिया से रू-ब-रू हुए. आयुषमान भारत योजना का लाभ राज्य के लोगों का ना मिलने के सवाल पर शेखावत ने कहा कि राजस्थान ही एक ऐसा राज्य है, जहां जनता इससे वंचित है. गहलोत सरकार ने योजना का नाम बदलने की भी कोशिश की, लेकिन जनता को लाभ नहीं दिया. विडंबना तो यह है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत एम्स जोधपुर में तमिलनाडु तक से कैंसर का इलाज कराने मरीज आते हैं, लेकिन राजस्थान के लोग वंचित हैं. अब तो स्थिति यह है कि राज्य सरकार को अपने लिए कोई बीमा कंपनी नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि जनता सब देख रही है.

जो मिला वो पैसा भी खर्च नहीं कर पाए

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के केंद्र सरकार से आर्थिक मदद ना मिलने के आरोपों को नकारते हुए शेखावत ने कहा, महामारी के इस समय में जैसे राज्यों की आय घटी है, वैसा ही केंद्र को भी नुकसान हुआ है. इसके बावजूद केंद्र ने पूरी मदद की है. बजट में घोषित 2500 करोड़ रुपए राजस्थान को दिए गए हैं. यदि आज के हालात से आकलन होता तो यह राशि 500 करोड़ ही बैठती, लेकिन विडंबना यह है कि जो पैसा राजस्थान को मिला है, उसका बड़ा हिस्सा वो खर्च ही नहीं कर रहा है.

पढ़ें- 13 लाख किसान नहीं जमा किए बिजली के बिल, अब 31 मई के बाद भरने होंगे पेनल्टी

राजस्थान के 20 लाख लोगों ने पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है, जबकि आए केवल 1.5 लाख लोग हैं. अन्य लोग कैसे आएंगे के सवाल पर शेखावत ने कहा कि मैंने व्यक्तिगत रूप से कर्नाटक, आंध्र प्रदेश समेत कई प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की है. मुंबई, बेंगलूरु समेत दूसरे शहरों में कार्यरत संघों से वार्ता हुई है. हम सभी लोगों की घर वापसी सुनिश्चित कराने का प्रयास कर रहे हैं.

अश्वगंधा की खेती से 400 करोड़ का कारोबार

आयुर्वेद चिकित्सा पर अधिक ध्यान ना देने के प्रश्न पर शेखावत ने कहा कि ऐसा नहीं है. नरेंद्र मोदी सरकार ने तो आयुष मंत्रालय अलग से बनाया है. दुनिया में औषधि पौधों पर आधारित चीजों की मांग बढ़ी है. 4000 हजार करोड़ रुपए आत्मनिर्भर भारत में इसके लिए अलग से रखे गए हैं. उन्होंने बताया कि जोधपुर का ही एक युवक आंध्र प्रदेश में अश्वगंधा की खेती करता है, जिसका कारोबार 400 करोड़ रुपए का है.

कोरोना महामारी की रफ्तार को रोकने में काफी हद तक सफल रही है केन्द्र सरकार

लॉकडाउन आगे और बढ़ाने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, कि देश में लॉकडाउन लगाने का उद्देश्य कोरोना की गति को रोकना और तैयारियों की गति को बढ़ाना था, जिसे हमने हासिल कर लिया है. हम दूसरे देशों की स्थिति का आकलन कर उनसे सीख भी रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई देशों में लॉकडाउन खत्म होने के बाद केस बढ़े हैं और फिर उनमें गिरावट आई है.

शेखावत ने कहा कि कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने बेहतर तरीके से कदम उठाए. काफी हद तक हम इसकी रफ्तार को रोकने में सफल रहे हैं. शेखावत ने बताया कि विश्व में पश्चिम के देशों अमरीका, स्पेन, इटली सहित मुख्य रूप से प्रभावित कुल 15 देशों की आबादी 142 करोड़ है, जहां महामारी से 2 लाख 76 हजार मौत हो चुकी है और संक्रमितों की संख्या करीब 38 लाख से अधिक पहुंच गई है.

पढ़ें- श्रमिक बसों का एक रुपया भी नहीं लिया, 36 लाख का बिल भी यूपी परिवहन निगम की ओर से मांगा गया थाः खाचरियावास

वहीं, भारत में आबादी 137 करोड़ है, लेकिन कोराना संक्रमित लोगों की संख्या सिर्फ एक लाख पन्द्रह हजार तक पहुंची है. उन्होंने बताया कि भारत में 18 मई तक 3150 लोगों ने जान गंवाई है. इस प्रकार लॉकडाउन के कारण और समय पर उठाए गए कदमों के कारण और साथ ही जागरूकता के कारण हम बीमारी को नियंत्रित कर सके.

शेखावत ने लोगों से अपील की है कि अभी भी हमें पूरा सजगता से नियमों का पालन करना होगा. संकट के दौर में केन्द्र सरकार ने हर वर्ग के लिए महामारी के आरंभ में और कुछ समय पूर्व लॉकडाउन 4.0 के समय 20 लाख करोड़ से अधिक का पैकज दिया है.

शेखावत ने कहा, महामारी के इस समय में सरकार हर वर्ग के लोगों का ध्यान रख रखी है. राजस्थान सहित सभी राज्यों की सरकारों को सहायता की है. आत्मनिर्भर भारत पैकेज हर क्षेत्र और वर्ग के लोगों के लिए मदगार साबित रहेगा.

जो सेक्टर बच गए हैं, उनकी सरकार मदद करेगी

कोरोना के कारण अवसादग्रस्त हो रहे लोगों के संबंध में उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसे लोगों की जानकारी दी जाए, वो अपने परिचित मनोवैज्ञनिकों से मदद करवाएंगे. केंद्रीय मंत्री ने टूरिज्म सेक्टर को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री से बातचीत की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ के पैकेज के अलावा और भी मदद आगे की जानी है. जो सेक्टर बच गए हैं, उनकी सरकार मदद करेगी. शेखावत ने बताया कि एमएसएमई को जो 3 लाख करोड़ का पैकेज मिला है, उसी में छोटे व्यापारी भी शामिल हैं.

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