जोधपुर. महर्षि दयानंद स्मृति न्यास जोधपुर और जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर के संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेद संगोष्ठी शनिवार को प्रारंभ हुई. इस वेद संगोष्ठी में महर्षि दयानंद की ओर से की गई वेद की संरचना के भाषाकार और अन्य संरचनाओं के भाष्य कारों के बीच तुलना में विवेचना होगी. महर्षि दयानंद सरस्वती ने वेदों को महान बताते हुए इनकी आधुनिक रूप से व्याख्या करते हुए नया रूप दिया था.
खासतौर से ऋग्वेद को लेकर दयानंद सरस्वती ने कई तरह की विवेचनाए भी दी थी. संगोष्ठी में जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के अध्यापक भी अपना उद्बोधन देंगे. साथी विभाग के छात्र-छात्राएं यहां 3 दिनों तक ऋग्वेद की महत्वपूर्ण विवेचना के भागीदार बनेंगे.
पढ़ें- प्रदेश के 7 जिलों में मौसम विभाग का अलर्ट जारी
महर्षि दयानंद स्मृति न्यास के मंत्री किशन गोपाल ने बताया कि वेद ज्ञान का द्वार है ऐसे में दयानंद की ओर से प्रतिपादित सिद्धांत के भाष्यकारों और अन्य भाष्यकारों के बीच तुलनात्मक विवेचना का लाभ छात्रों और वेद में रुचि रखने वालों को मिलेगा. उल्लेखनीय है कि महर्षि दयानंद सरस्वती ने अपने जीवन के चार माह जोधपुर प्रवास पर भी रहे थे.